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शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013

रसीले रंगीले हास्य से भरे काइकू


आदरणीय ब्लॉगर मित्रों सादर नमन 

आज की बुलेटिन हास्य रस के नाम । प्रस्तुत हैं अपने लिखे कुछ

'काइकू'

 आशा करता हूँ कोशिश पसंद आएगी
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अपमान करना तकनीक का, ये मेरा मक़सद नहीं
कोशिश मेरी बस इतनी है, के हंसी आनी चाहियें 
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असली हैं हाइकू
अपने हैं काइकू
पढ़ो न पढ़ो न 
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सूरत अपनी बदल 
खिलखिलाता चल 
टैक्स नहीं लगता 
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भूकंप आया 
सोते को जगाया 
गुड मोर्निंग मामू
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फेसबुक चैट
नहीं कोई वैट
खूब करो खूब करो 
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मिल प्यार से 
गिला यार से 
दिल से कर 
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संजू स्टार
बाक़ी बेकार
हुए तड़ीपार
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तेरी बेवफाई 
खूब रंग लाइ 
ज़िन्दगी बदल गई 
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दिल का दर्द 
निभा तू फ़र्ज़ 
निकलने दे
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दर्द से जीत 
मुश्किलों से प्रीत 
करके रिलैक्स कर 
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पैग लगा यार 
धुंए में संसार  
चिल्ल कर चिल्ल कर 
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सोना हुआ सस्ता 
हालत अपनी खस्ता 
डार्लिंग कहें खरीदो     
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वफ़ा का सिला 
बेवफा मिला 
दिल पे मत ले यार 
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इश्क का बुख़ार
हाय मारा यार 
बचाओ बचाओ 
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हर दफा नया यार 
वल्लाह तेरा प्यार 
जान बचा गई  
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कलयुगी रिश्ते 
नहीं हैं सस्ते 
महंगाई बढ़ गई 
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खुनी मंज़र 
एहसास हैं बंजर 
करते दिल वीरान
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इश्किया तूफ़ान
बचो गुलफाम
हाय मारा गया 
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किसी का उधार
सर न रख यार 
चुका दे चुका दे 
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गले का फन्दा 
इसक का धंधा 
यार बिजनेस बदल 
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इश्क दिखा या मुश्क 
मौसम आज ख़ुश्क
चल आइसक्रीम खिला 
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मौसम का इशारा 
गर्मी ने मारा 
यार ठंडा तो पिला 
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बहुत हुए काइकू
इजाज़त भाईकू
कहता अलविदा 

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आज की कड़ियाँ 
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तो साहेबान आज का खेला खत्म हुआ । फिर मिलते हैं जल्दी ही एक नए अंदाज़ के साथ तब तक कीजिये हंसी-मजाक जी भर कर । नमस्कार ।   

हर हर महादेव शंभू । भारत माता की जय । जय श्री राम । जय कारा वीर बजरंगी का

11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत मजेदार लगे जी आपके ...काइकू !

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  2. हाइकू तो पढ़ा है काइकू पहली बार पढ़ रहा हूँ ,,,मजेदार ,,,

    RECENT POST : प्यार में दर्द है,

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  3. ऐसे हाइकु काइकू?
    बेलय और बेताल,
    पर मजा आया .. !

    लिखते रहिये ...

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  4. रसीले रंगीले हास्य से भरे काइकू भी गम कम नहीं कर सके
    हार्दिक शुभकामनायें .....

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