लम्बी उड़ान न भरूं तो मन नहीं भरता ...
और नहीं मिलता एहसासों के शीतल जल से भरा घट,
जिससे मैं सपनों के यात्रियों की प्यास बुझा सकूँ !
बुलेटिन माध्यम है आपकी पढने की,
अच्छा पढने की इच्छाओं का ...
तो पढ़ के कहिये, मेरे पंखों की मजबूती सही है न ?
यूँ खोज अभी जारी है
कई शब्दों के साधक आज भी आँखों से ओझल हैं
पुराने हों या नए
उनको पढने की लालसा बनी रहे
और हम ढूंढते रहें समंदर से मोती :)
ha bahut achchha pryaas hai ..
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी पंक्तियाँ ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक संयोजन
जवाब देंहटाएंसुन्दर बुलेटिन। आभार।
जवाब देंहटाएंनये लेख :- एक नया ब्लॉग एग्रीगेटर (संकलक) ; ब्लॉगवार्ता।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विशेष : रमन प्रभाव।
बहुत बढ़िया बुलेटिन | बधाई |
जवाब देंहटाएंआप की परवाज़ पर तो किसी को कोई शक है ही नहीं ... यह ऐसे ही बनी रहे यही दुआ है !
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स हैं..!
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
achcha hai
जवाब देंहटाएंवाह शानदार बुलेटिन
जवाब देंहटाएंसभी को बधाई
सार्थक लिंकों से सजी है आज की बुलेटिन,आभार.
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