सबको हँसाने वाला अचानक चला गया। जी यकीन कर पाना मुश्किल है लेकिन जसपाल भट्टी साहब अब नहीं रहे। इस बेरहम सड़क के हादसो मे एक नाम और जुड़ गया..... अपार दुख है, किसको श्रद्धांजलि दूँ एक कार्टूनिस्ट को, इंजेनियर को, एक कमेडियन को, एक निर्माता को या एक नाटककार को.... या फिर नुक्कड़ नाटक से चली इस सामाजिक जागरूकता के आंदोलन कर्ता के रूप को। जी बहुत रूप थे भट्टी साहब के, बहु-आयामी व्यक्तित्व और हर दिल अज़ीज़ भट्टी साहब को पूरे ब्लॉग जगत से श्रद्धांजलि।
भट्टी साहब आप हमेशा याद आओगे। चलिये आज के बुलेटिन की ओर बढ़ा जाये।
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अंत मे फिर से एक बार भट्टी साहब को याद करते हुए फ्लॉप शो का यह वीडियो यू-ट्यूब के सौजन्य से...
मरते मरते जमाने को हँसाने का हुनर सिखा गया है कोई.... भट्टी साहब आप हमेशा हमारे बीच रहेंगे और हमेशा याद आते रहेंगे....
जय हिन्द
उन जैसा न कोई था न होगा. एक उम्दा व्यंगकार.विनर्म श्रद्धांजलि जसपाल भट्टी साहब को.
जवाब देंहटाएंबहुआयामी व्यक्तित्व को विनम्र श्रद्धांजलि!!
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि भट्टी साहब को..
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि जसपाल भट्टी साहब को.
जवाब देंहटाएंश्रद्धा सुमन......
जवाब देंहटाएंसादर
अनु
श्रद्धा सुमन.
जवाब देंहटाएंविन्रम श्रद्धांजलि !
जवाब देंहटाएंभट्टी साहब.. हम तुम्हें यूं भुला ना पाएंगे...
जवाब देंहटाएंहद है साला सब 'उल्टा पुल्टा' हो गया ... :(
जवाब देंहटाएंभट्टी साहब आपको शत शत नमन !
lagta hai ye saal rulaane par utaaru hai. Bahut hee dukhadpoorn ghatna
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजली
जवाब देंहटाएंएक अनोखा ढंग था इनका अपनी बात कहने का.. कल से सोच रहा हूँ कि कहीं ये सब मौत का नाटक भी उनका कोई मजाक न हो यह देखने के लिए कि लोग क्या कहते हैं उनके बारे में!!
जवाब देंहटाएंबांटा जीवन भर हँसी, जय भट्टी जसपाल |
जवाब देंहटाएंहंसगुल्ले गढ़ता रहा, नानसेंस सी चाल |
नानसेंस सी चाल, सुबह ले लेता बदला |
जीवन भर की हँसी, बनाता आंसू पगला |
उल्टा -पुल्टा काम, हमेशा तू करता है |
सुबह सुबह इस तरह, कहीं कोई मरता है ||
विनम्र श्रद्धांजलि!
जवाब देंहटाएंअलविदा हँसी की भट्टी..:(
जवाब देंहटाएंअत्यंत दुखद, ऐसी सख्शियते कम ही होती हैं. विनम्र श्रर्द्धांजलि.
जवाब देंहटाएंरामराम.
मुझे बचपन में उनके फ्लॉप शो का इंतजार रहता था।
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