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गुरुवार, 25 अक्टूबर 2012

भट्टी साहब, यार आप हमेशा याद आओगे... ब्‍लॉग बुलेटिन

सबको हँसाने वाला अचानक चला गया। जी यकीन कर पाना मुश्किल है लेकिन जसपाल भट्टी साहब अब नहीं रहे। इस बेरहम सड़क के हादसो मे एक नाम और जुड़ गया..... अपार दुख है, किसको श्रद्धांजलि दूँ एक कार्टूनिस्ट को, इंजेनियर को, एक कमेडियन को, एक निर्माता को या एक नाटककार को.... या फिर नुक्कड़ नाटक से चली इस सामाजिक जागरूकता के आंदोलन कर्ता के रूप को। जी बहुत रूप थे भट्टी साहब के, बहु-आयामी व्यक्तित्व और हर दिल अज़ीज़ भट्टी साहब को पूरे ब्लॉग जगत से श्रद्धांजलि। 






भट्टी साहब आप हमेशा याद आओगे।  चलिये आज के बुलेटिन की ओर बढ़ा जाये। 

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अंत मे फिर से एक बार भट्टी साहब को याद करते हुए फ्लॉप शो का यह वीडियो यू-ट्यूब के सौजन्य से... 


मरते मरते जमाने को हँसाने का हुनर सिखा गया है कोई.... भट्टी साहब आप हमेशा हमारे बीच रहेंगे और हमेशा याद आते रहेंगे....  

जय हिन्द 


17 टिप्‍पणियां:

  1. उन जैसा न कोई था न होगा. एक उम्दा व्यंगकार.विनर्म श्रद्धांजलि जसपाल भट्टी साहब को.

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  2. बहुआयामी व्यक्तित्व को विनम्र श्रद्धांजलि!!

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  3. विनम्र श्रद्धांजलि भट्टी साहब को..

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  4. विनम्र श्रद्धांजलि जसपाल भट्टी साहब को.

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  5. भट्टी साहब.. हम तुम्हें यूं भुला ना पाएंगे...

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  6. हद है साला सब 'उल्टा पुल्टा' हो गया ... :(

    भट्टी साहब आपको शत शत नमन !

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  7. एक अनोखा ढंग था इनका अपनी बात कहने का.. कल से सोच रहा हूँ कि कहीं ये सब मौत का नाटक भी उनका कोई मजाक न हो यह देखने के लिए कि लोग क्या कहते हैं उनके बारे में!!

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  8. बांटा जीवन भर हँसी, जय भट्टी जसपाल |
    हंसगुल्ले गढ़ता रहा, नानसेंस सी चाल |
    नानसेंस सी चाल, सुबह ले लेता बदला |
    जीवन भर की हँसी, बनाता आंसू पगला |
    उल्टा -पुल्टा काम, हमेशा तू करता है |
    सुबह सुबह इस तरह, कहीं कोई मरता है ||

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  9. अत्यंत दुखद, ऐसी सख्शियते कम ही होती हैं. विनम्र श्रर्द्धांजलि.

    रामराम.

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  10. मुझे बचपन में उनके फ्लॉप शो का इंतजार रहता था।

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