ब्लॉग बुलेटिन की पूरी टीम को ओर से आपका दोस्त "शाहनवाज़ सिद्दीकी" आपका स्वागत करता है. आज हम "ब्लॉग तकनीक" पर बात करेंगे.
आजकल ईमेल तथा ब्लॉग हैकिंग की खबरे आम हैं, इसलिए अक्सर अपने ब्लॉग का बैकअप लेते रहिये. इसके लिए ब्लॉग सेटिंग ((Settings) में जाना पड़ेगा, डेश बोर्ड से किसी ब्लॉग की सेटिंग सेक्शन में जाने के लिए सबसे पहले ब्लॉग के नाम के नीचे लिखे "सेटिंग्स" (Settings) पर क्लिक करना है।
"ब्लॉग आयात करें" (Import Blog): XML फाइल कंप्यूटर से ब्लॉग के सर्वर पर अपलोड करने के लिए तथा
"ब्लॉग का निर्यात करें" (Export blog): ब्लॉग की XML फाइल कंप्यूटर में Save अर्थात (डाउनलोड) करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इन दो टूल्स के द्वारा आप कभी भी अपनी ब्लॉग पोस्ट तथा टिप्पणियों का बैकअप अपने कंप्यूटर में सहेज कर रख सकते हैं और किसी दुर्घटनावश पोस्ट डिलीट होने पर उसी फाइल से वापस अपने ब्लॉग पर अपलोड कर सकते हैं.
अगर भविष्य में कभी भी ब्लॉग को समाप्त करना चाहेंगे तो इसे "ब्लॉग हटाएँ" (Delete Blog) पर क्लिक करके समाप्त किया जा सकता है।
आज के दौर में अधिकतर ब्लॉगर अपने ब्लॉग को blogspot.com नाम की जगह अपने खुद के डोमेन नेम के साथ खोलना चाहते हैं. इसके लिए बहुत ज्यादा तकनिकी जानकारी की आवश्यकता नहीं है.
स्वयं की ब्लॉग साईट:
अपनी स्वयं की साईट बनाने के लिए आपको एक डोमेन नेम अर्थात अपने ब्लॉग का नाम खरीदना पड़ेगा, जैसे मेरे ब्लॉग का नाम www.premras.com है, और साथ ही अगर आप अपनी ब्लॉग-पोस्ट को अपने स्पेस में रखना चाहें तो होस्टिंग पैकेज भी खरीद सकते. होस्टिंग के अंतर्गत उपलब्ध जगह (स्पेस) और डाटाबेस के द्वारा ही ब्लॉग-पोस्ट को सेव किया जाता है.
किसी अच्छी कंपनी से डोमेन नेम खरीदने का तकरीबन 600 रूपये का खर्च आता है. अगर आप केवल डोमेन नेम ही खरीदना चाहते हैं तो अपनी ब्लॉग पोस्ट blogger.com के द्वारा ही प्रकाशित कर सकते हैं. इसके लिए आपको डोमेन नेम खरीदने के बाद उसकी सेटिंग में कुछ बदलाव करने पड़ेंगे तथा blogger.com की सेटिंग में भी कुछ बदलाव करने पड़ेंगे.
इसके लिए उपरोक्त विधि द्वारा सेटिंग में पहुँचने के बाद प्रकाशन (Publishing) पर क्लिक करना है, आइये प्रकाशन टेब को समझते हैं.
प्रकाशन (Publishing): अगर आप अपने ब्लॉग के पते के साथ blogspot.com को हटाना चाहते हैं तो डोमेन नेम खरीद कर इस टेब के द्वारा बिना होस्टिंग खरीदे अपनी वेबसाइट चला सकते हैं, इसके अतिरिक्त किसी ब्लॉग को नए पते के साथ भी जोड़ा जा सकता है। अगर डोमेन नेम खरीदना है तो यह गूगल से भी खरीदा जा सकता है अथवा अपनी पसंद की किसी और कंपनी से भी खरीद सकते हैं। इसके लिए "प्रकाशन" (Publishing) पर क्लिक करने के बाद "कस्टम डोमेन" (Custom Domain) पर क्लिक करना है, अगर डोमेन गूगल से खरीदना चाहते है तो यहाँ नाम के उपलब्ध होने की जांच की जा सकती है, किसी और कंपनी से खरीदना चाहते हैं या पहले से खरीदा हुआ है तो "उन्नत सेटिंग्स पर जाएँ" (Switch to advanced settings) पर क्लिक करना है। नए खुलने वाले प्रष्ट पर लिखे "सेटअप निर्देश" (setup instructions) पर क्लिक करके डोमेन की सेटिंग की जानकारी मिल सकती है।
अगर आप अपने ब्लॉग को टॉप लेवल डोमेन (top-level domain) जैसे कि www.premras.com पर होस्ट करना चाहते हैं तो जिस कंपनी से डोमेन खरीदा है वहां लोगिन करके डोमेन की सी-नेम (CNAME) सेटिंग में www में लिखकर उसके होस्ट नेम में ghs.google.com लिखना है.
इसके साथ ही साथ आप चाहें तो 'ए रिकोर्ड्स' (A-records) में भी बदलाव कर सकते हैं. क्योंकि अगर ए रिकोर्ड्स नहीं डाला जाता है तो बिना www के साईट का नाम लिखने पर ब्लॉग नहीं खुलता है.
इसके लिए ए रिकोर्ड्स (A-records) की सेटिंग में जाकर फॉर्मेट में डोमेन नेम (जैसे कि premras.com) लिखकर 'ए' (A) सेक्शन में गूगल की 4 निम्नलिखित आई.पी. एड्रेस को भरना है.
216.239.32.21
216.239.34.21
216.239.36.21
216.239.38.21
डोमेन सेटिंग पूरी करने के बाद "आपका डोमेन" (Your Domain) के आगे खरीदे गए डोमेन का पता भर कर प्रष्ट के नीचे लिखे तथा पर "yourdomain.com को www. yourdomain.com पर अग्रेषित करें" (Redirect yourdomain.com to www. yourdomain.com) के आगे बने बॉक्स में क्लिक करके "सेटिंग्स सहेजें" (Save) पर क्लिक कर दीजिये। अब आपका वही पुराना ब्लॉग आपके खरीदे गए डोमेन नेम पर खुलने लगेगा।
अपनी साईट / ब्लॉग को ब्लॉगर प्रोफाइल से जोड़ें:
इसके अलावा अगर आपने अपना ब्लॉग वर्डप्रेस अथवा किसी और सेटअप पर बनाया हुआ है तब भी आप उसे अपनी ब्लॉगर प्रोफाइल के साथ जोड़ सकते हैं. इसके लिए उपरोक्त सेटिंग में केवल "आपका डोमेन" (Your Domain) के आगे अपनी साईट अथवा वर्डप्रेस ब्लॉग का पता भरना है और "सेटिंग्स सहेजें" (Save) पर क्लिक करना है. इससे आपकी साईट आपकी ब्लॉगर प्रोफाइल के साथ जुड़ जाएगी.
और अधिक तकनिकी जानकारियों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.
कैसे बनाएं अपना ब्लॉग?
आइये ब्लॉग जगत की हलचल पर नज़र डालते हैं:
मीमांषा पर
समय के कुछ टुकड़ों से
समय के कुछ टुकड़ों से बेपनाह मुहब्बत है मुझे, ये वही टुकड़े हैं जो कभी तुमने मेरे लिए जिए या मैंने तुम्हारे लिएअब चाहती तो हूँ कि तू मेरे पास रहे , पर कैसे मै,जाने भी न दूं तुझे; समय के कुछ टुकड़ों से बेपनाह मुहब्बत है मुझे ह्रदय एक झील था अब तक अब नदी है अल्हड़...
आइये ब्लॉग जगत की हलचल पर नज़र डालते हैं:
मीमांषा पर
समय के कुछ टुकड़ों से
समय के कुछ टुकड़ों से बेपनाह मुहब्बत है मुझे, ये वही टुकड़े हैं जो कभी तुमने मेरे लिए जिए या मैंने तुम्हारे लिएअब चाहती तो हूँ कि तू मेरे पास रहे , पर कैसे मै,जाने भी न दूं तुझे; समय के कुछ टुकड़ों से बेपनाह मुहब्बत है मुझे ह्रदय एक झील था अब तक अब नदी है अल्हड़...
- ज्ञानवाणी पर पढ़िएवार्तालाप के दौरान कई बार मुंह से फिसल ही जाता है , हमारे ज़माने में ऐसा होता था ,वैसा होता था , पिता के साथ धौल धप्पा करते उनके सिर चढ़े बच्चों को देख हम...
TSALIIM पर पढ़िएसाइकिलबड्स या मालाचक्र या ऋतुमाला एक बेहद सस्ती तकनीक है, जो भारत की बढ़ती जनसंख्या पर काबू पाने में काफी सहायक हो सकती है। यह उपाय उन लोगों के लिए है,...
"स्वास्थ्य-सबके लिए" परगैस के अलावा भी लाभकारी है हींग
हींग एक पौधे का चिकना रस है जिसे निकालकर सुखा लिया जाता है। यह स्वाद और गंध में बहुत ही तीखी होती है। हींग भूख को बढ़ाती है, कफ और वात को खत्म करती है, सा...
*फ़ुरसत में … 92* *प्रेम-प्रदर्शन* [image: IMG_0168] *मनोज कुमार* एक वो ज़माना था जब वसंत के आगमन पर कवि कहते थे, *[image: डाउनलोड करें (1)]अपनेहि ...
मानसिक हलचल पर पढ़िएसोनतलाई
घण्टे भर से ज्यादा हो गया, यहां ट्रेन रुकी हुई है। पहले सरसों के खेत देखे। कुछ वैसे लगे जैसे किसी मुगल बादशाह का उद्यान हो। दो पेड़ आपस में मिल कर इस तरह द...
न दैन्यं न पलायनम् पर पढ़िएसारी सब्जी सामने, आप चुन लीजिये सप्ताहन्त का एक दिन नियत रहता है, सब्जी, फल और राशन की खरीददारी के लिये, यदि संभव हो सके तो शनिवार की सुबह। जब आईटी शहर क...
काव्य मंजूषा पर पढ़िएमकड़ा...!!
(कल एक परेशान ज़िन्दगी से मुलाक़ात हुई..जिससे मिल कर खुद को रोक नहीं पायी...ये कविता उसी के नाम ) हर बार..! मेरे सामने
ख़ामोशी का, एक कुआँ खुद जाता है... और...
क्वचिदन्यतोSपि पर पढ़िएमुर्रा भैंसों का कैटवाक:स्पर्धा में बेशर्म चयनित ,शर्मीली बाहर!
यह अभिनव आयोजन हरियाणा के जींद शहर में होना तय है .इसके पहले सोनपुर के प्रसिद्ध पशु मेले में भी ऐसे आयोजन को जनता का भरपूर समर्थन मिला था ...माडल्स का कैटव...
स्पंदन पर पढ़िएऐसी वाणी बोलिए
अभी कुछ दिन पहले करण समस्तीपुर की एक पोस्ट पढ़ी कि कैसे उन्होंने अपनी सद्वाणी से एक दुर्लभ सा लगने वाला कार्य करा लिया जिसे उन्होंने गाँधी गिरी कहा.और ...
गीता श्री के नुक्कड़ पर पढ़िएएक लंबी चुप्पी के बाद.....
दोस्तो मैं एक बार फिर से हाजिर हूं...लंबी चुप्पी के बाद। मैंने पिछले दिनों अपने शोधकार्य के सिलसिले में खूब यात्राएं की..वन वन भटकी..देश विदेश चक्कर काट आई..अ...
छींटे और बौछारें पर पढ़िएहिंदी ब्लॉगिंग का दुश्मन कौन?
इंडिया टुडे हिंदी के हालिया अंक में मनीषा पांडेय ने हिंदी ब्लॉगिंग पर एक धारदार आलेख लिखा है. आलेख साभार यहाँ प्रस्तुत किया जा रहा है. आप भी बांचें: बच्च...
देशनामा पर पढ़िएपाकिस्तान पर वो सब जो आप जानना चाहते हैं...खुशदीप
आजकल एक चुटकुला बड़ा चल रहा है- भारत में सेना प्रमुख की उम्र सरकार तय करती है और पाकिस्तान में सरकार की उम्र वहां के सेना प्रमुख तय करते है...पड़ोसी मु...
बगीची पर पढ़िएब्लॉग को मीत बनातीं सुमन कपूर 'मीत'
प्रिय मित्रो सादर ब्लॉगस्ते! दोस्तो आज आपको ले चलता हूँ हिमाचल प्रदेश के मनमोहक स्थान मंडी शहर में| मंडी को प्राचीन काल में मांडव नगर तथा सहोर के ...
सौन्दर्य देवी : मर्लिन मनरो (२)
पिछली पोस्ट में मर्लिन मनरो के बचपन के संघर्ष और एक सफल मॉडल बन जाने के बाद बिना किसी समझौते के फिल्मो में रोल पाने के लिए संघर्ष का जिक्र था...अब आगे क...
"बोले तो बिंदास" परये इश्क और मेरा आवारापन
इस वैलेंटाइन पर काफी अवारागर्दी की...क्या देखा..क्या पाया..ये तो बता नहीं सकता..पर प्यार के आवरण में ढका मैं अवारगी करता रहा...औऱ जो रंग दिखा...उसे कुछ कुछ...
"शब्दों का सफर" पर पढ़िएअग्निगर्भा है दामोदर
*संबंधित कड़िया-[1.]**दम मारो दम और नाक में दम-1** [2] **…दम ले ले घड़ी भर-2 *[image: i-3fd-7da-9-1] कृ ष्ण के* ‘दामोदर’* नाम से सभी परिचित हैं । पौराणिक कथ...
पुण्य प्रसून बाजपेयी मालूम कर रहे हैं:-क्या दिल्ली धमाके ने कोल्ड-वार की दस्तक दे दी?
दिल्ली की सड़क पर इजरायली दूतावास की गाड़ी में धमाके के महज 48 ङंटे बाद ही यह संकेत मिलने लगे हैं कि मध्य-पूर्व का शीत युद्द अब भारत में दस्तक देने को तैया...
"ज्ञान दर्पण" पर पढ़िए
लादड्या में रहणों है तो जै ठाकुर जी की कैणी पड्सी
लादड्या में रहणों है तो जै ठाकुर जी की कैणी पड्सी = दबंग की ही चलेगी| संदर्भ कहानी:- लादड्या नामक गांव में एक ताऊ रहता था उसके परिवार में उसके अलावा कोई ...
लादड्या में रहणों है तो जै ठाकुर जी की कैणी पड्सी = दबंग की ही चलेगी| संदर्भ कहानी:- लादड्या नामक गांव में एक ताऊ रहता था उसके परिवार में उसके अलावा कोई ...
"मनसा वाचा कर्मणा" पर पढ़िएमेरी बात - ब्लॉग्गिंग की प्रथम वर्षगाँठ
*यज्ञ दान तप: कर्म न त्याज्यं कार्यमेव तत् * * यज्ञो दानं तपश्चैव पावन...
"अनवरत" पर द्विवेदी जी बता रहे हैं किशाह ईरान द्वारा वृक्षारोपण का मुहूर्त
ईरान के बादशाह का किस्सा जिसे फ्रेंक्विस बर्नियर ने अपनी किताब में जगह दी, मैं अपने वायदे के मुताबिक कल आप के पेश-ए-नजर नहीं कर सका था। लेकिन आज कोई बाध...
"जंतर-मंतर" पर पढ़िएउत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक राजनीति का कोई भविष्य नहीं है
शेष नारायण सिंह उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के पहले दौर के मतदान के बाद तस्वीर कुछ साफ़ होने लगी है . करीब एक महीने पहले तक माना जा रहा था कि चुनाव में म...
"अंतर्मंथन" पर डॉ दाराल साहब बता रहे हैं किचुनावों के सीजन में हमारी भी बल्ले बल्ले --
देश में चुनावों का माहौल चल रहा है । नेताओं की चहल पहल चारों ओर नज़र आ रही है । फ़रवरी के माह में दिल्ली में भी डॉक्टरों के चुनाव हर साल होते हैं । दिल्ली...
... और वह पत्थर हो गया - इस्पात नगरी से [54]
पिछले सप्ताह पार्क मेंकुछ ऐसे लोगों से मुलाकात हुई जो या तो सर्दी या किसी सदमे के कारण पत्थर के हो गये थे। सोचा आपकी भी मुलाकात करा दूँ। पति और पत्नी कुछ द...
"सफ़ेद घर" पर पढ़िएबलटिहान बाबा
Disclaimer - यदि इस लेख से किसी की प्रेमिल भावनाएं आहत होती हैं तो इसकी जिम्मेदारी उस शख्स की पत्नी की होगी.........पति तो वैसे भी गैरजिम्मेदार माने जाते ...
"कल्पनाओं का वृक्ष" पर पढ़िएश्रीमतीजी की नई चप्पल लेनी थी सो बाटा की बड़ी दुकान घर के पास है वहीं जाना हुआ, अब एक बार बड़ी दुकान में घुस जायें तो सारी चीजें न देखें मजा नहीं आता, और ख...
"उड़न तश्तरी" परइधर कुछ दिनों से खाली समय में किताबों में डूबा हूँ. न लिख पाने के लिए एक बेहतरीन आड़ कि अभी पढ़ने में व्यस्त हूँ. हाथ में आई पैड है और उस पर खुली है “शान्...
"पाल ले इक रोग नादां" पर पढ़िएपाले हुये अनगिनत रोगों की फ़ेहरिश्त में किताबों ने होश की पहली दहलीज़ से ही शायद सबसे ऊपर वाला क्रमांक बनाए रखा है| वैसे कितनी दहलीजें होती हैं होश की ...
"कस्बा" पर पढ़िएमूलधन,खेत के मेड़ पर बैठा शून्यगामी प्रतीत हो रहा था। रामधन भैय्या खोजते धौगते चले आ रहे थे। अरे मूलधनवा उठ न रे। ग्रैभिटी फोर्स ज़ीरो हो गइल का रे। कौन कह..
पाबला जी के "ज़िंदगी के मेले" पर पढ़िएनई नई आई कायनेटिक होंडा पर सवार हो जनवरी 1989 के आखिरी दिनों में श्रीमती जी और ढाई वर्षीया बिटिया के साथ चाचा जी के परिवार के साथ दो दिन बिता कर और रीवा क...
"ललितडॉटकॉम" पर पढ़िएमन की उड़ान धरती में दफ़्न जब किसी प्राचीन नगर, मंदिर देवालय या अन्य संरचना के बाहर आने की सूचना मिलती है तो रोमांचित हो उठता हूँ। निर्माण करने वाले शिल्पकार...
और अंत में...
कार्टूनिस्ट इरफ़ान "ITNI SI BAAT" पर बता रहे हैं कि
अब आज्ञा दीजिये... अगले हफ्ते फिर मुलाकात होगी... एक और बुलेटिन के साथ...
Technique se sahaz shailee me rubru karati shahnawaz ki post aur bhi sab kuchh batla rahi hai, bina jane chale mat jana.
जवाब देंहटाएंachchi jaankari ke liye sukriya..
जवाब देंहटाएंबेहद उपयोगी जानकारी से भरी इस बुलेटिन के लिए आपका आभार शाहनवाज़ भाई ! यह जानकारी निश्चित रूप से बहुतों के काम आएगी ... जय हो !
जवाब देंहटाएंएक शब्द - जबरदस्त
जवाब देंहटाएंबेहतरीन...
जवाब देंहटाएंशुक्रिया शाहनवाज़ साहब.
साबास!!
जवाब देंहटाएंसमझ में नहीं आता कि इतनी मेहनत कैसे कर पाते हैं आप लोग ,
जवाब देंहटाएंबैकअप लेने से लेकर डोमेन तक के इश्यूज बेहतर तरीके से समझाये आपने !
अमूमन लिंक में दिये गये ज्यादातर आलेख नज़रों से गुज़र चुके थे !इनमें से कुछ 'पसंद' और कुछ 'बहुत पसंद' आये ! पसंदीदगी वाले कुछ से बचे हुए आलेखों पर कोई टिप्पणी नहीं :)
ब्लॉग बुलेटिन पर सलिल भाई और आपकी मेहनत का कद्रदान हूं !
इस बढ़िया जानकारी के लिए शाहनवाज जी का शुक्रिया !
जवाब देंहटाएंबहुत ही जरूरी पोस्ट और बहुत ही समय पर आई । सुंदर लिंक्स सहेजने से पोस्ट संग्रहणीय हो गई है इसलिए अविलंब इसे बुकमार्क किए लिया है । शाहनवाज़ भाई का बहुत बहुत आभार
जवाब देंहटाएंबहुत मेहनत की है आज की बुलेटिन हम तक पहुंचाने में। नायाब मोतियों से पिरोया है इस माले को।
जवाब देंहटाएंविस्तृत और बढ़िया बुलेटिन ... धन्यवाद
जवाब देंहटाएंभई सुनिए,पढ़ तो लिया है,मोटे तौर पर समझ भी आ गया है,डोमेन रजिस्ट्रेशन भी करा रखा है हमने,मगर सेटिंग तो आपसे ऑनलाइन हेल्प लेकर ही कर पाएंगे!
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी! आभार!
जवाब देंहटाएंमेहनत से लिखा ,जानकारीपरक बुलेटिन.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर जानकारियाँ उपलब्ध कराई हैं आपने,शाह नवाज जी.
जवाब देंहटाएंबार आर कोशिश करेंगें तो समझ आ ही जायेगी.
वर्ना आप है हीं.
मेरे ब्लॉग पर आपके आने के लिए और बुलेटिन
में मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए बहुत बहुत हार्दिक
आभार जी.
बहुत उपयोगी जानकारी, बहुत उपयोगी सूत्र..
जवाब देंहटाएंवाह!!!!!शाहनवाज जी उपुयोगी एवं अच्छे लिंक्स प्रस्तुति के लिए बहुत२ बधाई ........
जवाब देंहटाएंMY NEW POST ...काव्यान्जलि...सम्बोधन...
बढ़िया। ब्लॉगरों के लिये काम की बातें और पोस्टों के अच्छे लिंक।
जवाब देंहटाएंजमाये रहिये बन्धुवर।
बढ़िया जानकारी औए अच्छे लिंक्स..शुक्रिया
जवाब देंहटाएंjaankari .....upyukt aur wqt bhi shi ......umda jaankari links.....
जवाब देंहटाएंबहुत उपयोगी जानकारी, शुक्रिया |
जवाब देंहटाएंजबरदस्त बुलेटिन..... ब्लाग बनानें से लेकर होस्टिंग तक की पूरी जानकारी एक ही पोस्ट पर मिल गई...
जवाब देंहटाएंस्वागत है शाहनवाज़ भाई....
शानदार बुलेटिन!!
जवाब देंहटाएंबढिया जानकारी।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन बुलेटिन।
बहुत ही जानकारीपूर्ण आलेख.. ये साधारण सी तकनीक हमें बड़ी कॉम्प्लीकेटेड लगती हैं जबतक हम उन्हें स्वयं इस्तेमाल न करें... मैं भी इसी तरह अपने आलेख सुरक्षित रखता हूँ.. वैसे मैं पोर्टेबुल हार्ड डिस्क में भी अपने आलेखों की पांडुलिपि रखता हूँ..
जवाब देंहटाएंलिंक्स की फेहरिस्त देखकर लगता है कि आपने रविवार का पूरा और पक्का इंतज़ाम कर दिया है!!
आपकी मेहनत को सलाम!!
बहुत काम की जानकारियां दी हैं । आभार ।
जवाब देंहटाएंबड़ जतन से आप यह काम कर रहे हैं, बधाई।
जवाब देंहटाएंतकनीकी जानकारियों और व्यवस्थित शानदार चर्चा के बीच खुद का लिखा पढना अच्छा लगा ...
जवाब देंहटाएंआभार !
बढ़िया जानकारी...
जवाब देंहटाएंऐसे ही ज्ञानवर्धक पोस्ट लिखते रहें...
जवाब देंहटाएंशुक्रिया...
उपयोगी जानकारी......
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी मिली ..शुक्रिया |आज ही ब्लॉग का बेकअप लेती हूँ
जवाब देंहटाएंthanx.. :)
जवाब देंहटाएंयहाँ अनवरत को पा कर सुखद अनुभव हुआ। टेलीफोन शिफ्टिंग के चक्कर में इंटरनेट आज चार दिन बाद चालू हो सका है। इन चार दिनों में यहाँ क्या हुआ कुछ पता ही नहीं चला। अब शनैः शनैः देख रहा हूँ।
जवाब देंहटाएंBahut khoob
जवाब देंहटाएंMust check On Happy Mothers day Quotes
Mothers day Quotes
Mothers Day Tamil Quotes
Mothers Day Tamil Quotes Images
nice
जवाब देंहटाएंhttps://princesmm.in/
अपने आस-पास की ताजा खबर पढ़े! Firstuttarpradesh.com पर, Click Here
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएं