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शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2012

" ब्लॉग-बुलेटिन " दोस्ती बढाने का नायाब माध्यम.... !! "

 ब्लॉग बुलेटिन आपका ब्लॉग है.... ब्लॉग बुलेटिन टीम का आपसे वादा है कि वो आपके लिए कुछ ना कुछ 'नया' जरुर लाती रहेगी ... इसी वादे को निभाते हुए लीजिये पेश है हमारी नयी श्रृंखला "मेहमान रिपोर्टर" ... इस श्रृंखला के अंतर्गत यह सोचा गया था कि हर हफ्ते एक दिन आप में से ही किसी एक को मौका दिया जायेगा बुलेटिन लगाने का ... पर आप सब के सहयोग को देखते हुए अब से हफ्ते में २ दिन हमारे मेहमान रिपोर्टर अपनी पोस्ट लगाया करेंगे ... तो अपनी अपनी तैयारी कर लीजिये ... हो सकता है ... अगला नंबर आपका ही हो !




 "मेहमान रिपोर्टर" के रूप में आज बारी है विभा रानी श्रीवास्तव जी  की...
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कंप्यूटर से परिचय २०००  में ही हुआ  , लेकिन २०१० के जुलाई में किसी से चैटिंग की जरुरत महसूस होने पर मेल Id बनाई , तो लगा fb पर भी चलूँ.... :) अगर वहाँ नही जाती तो " जिन्दगी की बहुत बड़ी उपलब्धि से बंचित रह जाती.... :):)"
 हँसने का मन किया  तो जोर-जोर से ठहाका लगा लिया  तब भी आपकी जरुरत पड़ी.... , रोने का मन किया तो आपके सामने मन का गुबार निकाल लिया..... , हो गई न जिन्दगी आसान.... :):) 

 वहाँ  मैंने  अनेको  रिश्ते पाए हैं..... ये रिश्ते तो fb या blog के बाहर भी हो सकते थे  , लेकिन  खो  जाने  का  डर  (  उम्मीदें  ज्यादा जो  होती  है....  ) भी , लगा हो सकता था.... !!

वहाँ " रश्मि  प्रभा जी " ने स्वागत कीं.... :) उनकी हिंदी में लिखी "लेख्य" देख , मुझे  बहुत अच्छा लगा.... :) हिंदी में अपनी अभिव्यक्ति आसान होता है.... :) " रश्मि  प्रभा जी " से मेरी जान-पहचान  पिछले दस साल से है , लेकिन जाना अभी-अभी है , वे मेरी " प्रेरणा "  के साथ-साथ " मार्गदर्शिका " भी हैं , मेरा  परिचय भी अन्य को दीं , और   ये अवसर भी वे ही दीं हैं , कि आज मैं बुलेटिन पर अपनी दिल की बात  और अपनी पसंद के लिंक्स प्रस्तुत कर सकूँ... शुरुआत तो " मृखुअपरा की माँ  रश्मि प्रभा जी " से करनी थी लेकिन " कहाँ से   " वटवृक्ष " , " मेरी   भावनाएं " या किसी अन्य से , " कौन सा " , आप मेरी दुविधा समझ सकते है.... :) सिर्फ शुक्रिया दे सकती हूँ ,thank youthanks for every things  "...... !!!!!

आपलोगों के लिखे  "लेख्य" पर मैं भी अपने विचार दे सकूँ ,( बेबाकी यानि खुल कर , आपलोगों के लिखे लेख्य-कविताओं पर  अपने विचार लिख डालती हूँ , आपलोगों का चेहरा जो नहीं दिखता , आपलोगों को गुस्सा तो नहीं आता........????.) इसलिए ब्लॉग बनाई.... कंप्यूटर से परिचय कराने से ब्लॉग बनाने तक , मेरा बेटा " महबूब " ने सिखाया तो , ब्लॉग पर और fb पर बहुत कुछ सिखने में "यशवंत माथुर " से  मदद  मिला.... :):) उनके यश-कीर्ति का कभी अंत न हो , दिन दुनी , रात चौगुनी बढे.... :):) अपने मन की अभिव्यक्ति बहुत सुन्दरता से करते है.... http://jomeramankahe.blogspot.com/2012/01/blog-spot  , http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/2012/01/blog-post_21.html   का तो जबाब ही नहीं.... :):)

कैलाश शर्मा जी की लेखनी समाज की समस्या से रूबरू कराती.... :-  http://batenkuchhdilkee.blogspot.com/2012/01/blog-post.html

अतीत की धरोहर से मुलाक़ात कराती अनुपमा पाठक  जी की http://www.anusheel.in/2012/01/blog-post_6520.html

वंदना जी की http://vandana-zindagi.blogspot.com/2012/01/blog-post_6855.html  पढ़ , सही अर्थ में स्त्री  मुक्त हो जाए.... :)

पल्लवी की " पसंद " की बड़ाई करना चाहूंगी , इतने लम्बे अरसे से विदेश में रहने के बाद भी हिंदी से इतना प्रेम.... !!  http://aapki-pasand.blogspot.com/2012/01/blog-post_19.html ,

(१) संगीता स्वरूप जी का , http://tetalaa.nukkadh.com/ 

(२) सुनीता शानू जी का , http://bhartiynari.blogspot.com/

(३) वाणी  गीत जी का , http://teremeregeet.blogspot.com/

(४) महेश्वरी कनेरी दीदी  का, http://kaneriabhivainjana.blogspot.com/

(५) संजय भास्कर जी का ..... http://sanjaybhaskar.blogspot.com/

(6)  प्रदीप कुमार जी का ..... http://pradip13m.blogspot.com/

 लिस्ट तो लम्बी है , जिनके लिंक मुझे बहुत पसंद है.... !! फिर  मौक़ा मिला तो.............. !!!!!
 " ब्लॉग-बुलेटिन " दोस्ती बढाने का नायाब माध्यम........... साबित होगा..... "

सादर आपकी 

25 टिप्‍पणियां:

  1. जब रश्मि प्रभा जी ने " blog-buletin " के लिए लिखने के लिए बोलीं , तो तब मैं शिवम भाई को जानती भी नहीं थी , लेकिन अब एक रिश्ता है ,धन्यवाद.... शिवम भाई.... :)thank you.... :)

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  2. बहुत अच्छा प्रस्तुतीकरण ....बढ़िया बुलेटिन ...

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  3. विभा दी ,
    मेहमान रिपोर्टर का जिम्मा संभालते ही सबका एक अलग अंदाज़ और बेबाकी देखने को मिल रही है जो हमारे सहित सभी दोस्तों को बहुत भा रही है । आपकी नज़रों में आई चुंनिंदा पोस्टें और ब्लॉगस , सभी को बधाई और शुभकामनाएं । सब के सब सुंदर और संग्रहणीय

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  4. कलम की ताकत और आपकी पसंद ... आपको पढकर आपका मिलना याद आता है . वह सब कृत्रिम था , अब सबकुछ अपना लगता है ...यह अपनेपन की अनंत यात्रा जारी रहे

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  5. विभा दीदी, अब यह रिश्ता कायम रहेगा ... आपका बहुत बहुत आभार जो आपने ब्लॉग बुलेटिन पर एक "मेहमान रिपोर्टर" के रूप में अपनी यह पोस्ट लगाई ! हमारी इस नयी श्रृंखला को एक और बढ़िया परवाज़ देने के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद !

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  6. शिवम भाई और अजय भाई "दीदी" भी कहते हैं ,और "मेहमान" भी......... य़ू भी लड़कियों का " अपना कोई घर " नहीं होता , ऊपर से आभार भी...... धन्यवाद भी है.... :):)

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  7. आपने अपनी पहली प्रस्‍तुति में बहुत ही अच्‍छे लिंक दिये व गज़ब का प्रस्‍तुतिकरण ... आदरणीय रश्मि जी के लिये आपने अक्षरश: सही कहा है ...आपकी तरह जाने कितने लोगों की मार्गदर्शक हैं वे शुभकामनाओं के साथ बधाई ।

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  8. बहुत सुन्दर प्रस्तुतिकरण ………शानदार अन्दाज़्।

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  9. विभा जी ,

    मन के दरवाज़े खोल दिए हैं आपने .. रश्मि प्रभा जी तो बहुतों की प्रेरणा हैं .. उनसे प्रेरणा लेने वालों में से एक मैं भी हूँ ... अलग तरह की प्रस्तुति मन को भाई ...

    मेरे व्यक्तिगत ब्लॉग हैं .. आपकी दस्तक वहाँ भी चाहूंगी ..आभार --


    ..गीत ..मेरी अनुभूतियां .

    ..बिखरे मोती.

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  10. विभाजी मेरी कवितायेँ पढ़ती है , जानकर अच्छा लगा !
    एक दूसरे को पढ़ते कमेन्ट करते दोस्ती हो जाती है , सही !

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  11. आंटी!
    आपकी यही बात मुझे बहुत पसंद है कि हर पोस्ट पर आप बिना लाग लपेट के अपनी बात खुल कर कहती हैं जिसमे आपका असीम स्नेह छिपा होता है।
    मेरे साथ आपका यह आशीर्वाद और दुआ हमेशा बनी रहे।

    सादर

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  12. ब्लॉग बुलेटिन पर एक "मेहमान रिपोर्टर" के रूप में अपनी प्यारी बहना को देख कर मन प्रसन्न हुआ..पहले ही पारी में छ्क्का मार दिया..बहुत सुन्दर और …शानदार अन्दाज़ में प्रस्तुतिकरण के लिए बहुत- बहुत बधाई सभी लिक्स बहुत अच्छे और सच्चे हैं ... शुभकामनाएं

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  13. " आप सबों का " blog-buletin पर मेरा समर्थन करने और आपके प्यार और आर्शीवाद के लिए " धन्यवाद "..... :)

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  14. विभा जी की बेबाक अभिव्यक्ति ने बहुत प्रभावित किया है.. और जैसा कि अजय जी ने कहा, यह स्तंभ ब्लॉग से परे ब्लॉग लेखक/लेखिकाओं का एक व्यक्तिगत परिचय और मन की बात को सामने लाता है... हमने अबतक के सभी मेहमानों को एक नए ढंग से देखा-सुना-समझा है!!

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  15. मेहनत रंग ला रहा है, आभार एक सकारात्मक ब्लॉगिंग के लिए...

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  16. बहुत सुंदर प्रस्तुति...लाज़वाब अंदाज़

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बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!