tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post6490972601832757445..comments2024-03-18T12:47:03.171+05:30Comments on ब्लॉग बुलेटिन: ब्लॉग बुलिटेन-ब्लॉग रत्न सम्मान प्रतियोगिता 2019 (दसवां दिन) कहानी ब्लॉग बुलेटिनhttp://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-81477399540679385122019-07-19T14:06:37.704+05:302019-07-19T14:06:37.704+05:30क्या कहें!... कुछ औलादें सिर्फ़ 'औलाद' कहला...क्या कहें!... कुछ औलादें सिर्फ़ 'औलाद' कहलाकर ही अपने फ़र्ज़ की इतिश्री समझती हैं! उनको वक़्त जवाब देता है!<br />दिल को छूने वाली कहानी!<br />बहुत बधाई आपको समीर जी!<br /><br />~सादर <br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-83805887042329464962019-07-06T15:02:40.085+05:302019-07-06T15:02:40.085+05:30आज की कड़वी सच्चाई व्यक्त करती सशक्त कहानी। माँ बाप...आज की कड़वी सच्चाई व्यक्त करती सशक्त कहानी। माँ बाप जो करते हैं वो उनका फर्ज होता हैं लेकिन बच्चों के लिए फर्ज नाम का कोई शब्द ही नहीं बना हैं शायद।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-40824177491808189862019-07-05T10:54:58.662+05:302019-07-05T10:54:58.662+05:30यथार्थबोध की बेहद मार्मिक कहानी यथार्थबोध की बेहद मार्मिक कहानी M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-68253684362053215952019-07-04T14:08:41.359+05:302019-07-04T14:08:41.359+05:30समाज की कड़वी महीकाल से रूबरू कराती है कहानी ... स...समाज की कड़वी महीकाल से रूबरू कराती है कहानी ... संवेदना लिए, मार्मिक और आज में स्वार्थी युग का सुंदर चित्रण ...<br />समीर जी को बधाई दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-5805196506984184002019-07-04T10:56:52.166+05:302019-07-04T10:56:52.166+05:30 अत्यंत मर्मस्पर्शी कहानी समीर लाल जी बहुत ही लोकप... अत्यंत मर्मस्पर्शी कहानी समीर लाल जी बहुत ही लोकप्रिय लेखक व हर ब्लाग पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले चर्चित टिप्पणीकार हैसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-63011688070750973572019-07-03T22:16:11.002+05:302019-07-03T22:16:11.002+05:30समीर जी के बारे में कुछ भी कहने के लिए मैं बौना हू...समीर जी के बारे में कुछ भी कहने के लिए मैं बौना हूँ... एक कड़वा सच यह भी है समाज का...!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-22931505375088972782019-07-03T19:34:47.867+05:302019-07-03T19:34:47.867+05:30हम सबके आसपास के सरौता बाई है ।
सजीव चित्रण।हम सबके आसपास के सरौता बाई है ।<br />सजीव चित्रण।shobhanahttps://www.blogger.com/profile/11004251729395220506noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-74081406630295409142019-07-03T18:19:00.969+05:302019-07-03T18:19:00.969+05:30कितनी मार्मिक कथा!! ऐसे ही बेटों के चलते वृद्धाश्र...कितनी मार्मिक कथा!! ऐसे ही बेटों के चलते वृद्धाश्रम फलफूल रहे।वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-57394941020895794992019-07-03T15:37:37.200+05:302019-07-03T15:37:37.200+05:30बहुत मर्मस्पर्शी कहानी , ये दुनियाँ में कितनी सरौत...बहुत मर्मस्पर्शी कहानी , ये दुनियाँ में कितनी सरौता होंगी । और अब उसके जैसे बेटों की कमी नहीं है । अभिभावकों द्वारा किया गया त्याग , समर्पण और परिश्रम उनके फर्ज का हिस्सा होता है ।रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-80442213707080315592019-07-03T15:07:17.537+05:302019-07-03T15:07:17.537+05:30इस कहानी से किस किसको जोड़ूँ समझ नहीं आ रहा। कहानी ...इस कहानी से किस किसको जोड़ूँ समझ नहीं आ रहा। कहानी के किरदार आसपास ही बिखरे पड़े हैं। आदरणीय समीर सर अभिवादन स्वीकारें।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-1828020230935442702019-07-03T15:00:47.146+05:302019-07-03T15:00:47.146+05:30कटु सच्चाई ...कटु सच्चाई ...Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-74646658854203236342019-07-03T14:43:45.980+05:302019-07-03T14:43:45.980+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-81033416513770120272019-07-03T14:14:14.459+05:302019-07-03T14:14:14.459+05:30बेहद मार्मिक कहानी। परछी, बैठालकर जैसे ठेठ जबलपुरि...बेहद मार्मिक कहानी। परछी, बैठालकर जैसे ठेठ जबलपुरिया शब्दों ने लेखन को जीवंत बना दिया है। शुभकामनाएं...संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-12047705482167633472019-07-03T13:58:53.553+05:302019-07-03T13:58:53.553+05:30मार्मिक कहानी..माँ ने अपना प्रेम लुटाया, अब उस प्र...मार्मिक कहानी..माँ ने अपना प्रेम लुटाया, अब उस प्रेम की कीमत तो नहीं माँगेगी, मांग ही नहीं सकती, उसका जीवन जितना गुजर गया एक लक्ष्य की पूर्ति के लिए था, पुत्र को समर्थ बनाया उसने, अपना कर्त्तव्य पूरा किया. पुत्र यदि उस प्रेम को लौटा नहीं पा रहा तो यही मानना होगा उसका सामर्थ्य ही नहीं है. Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-42629410776005767612019-07-03T13:25:52.131+05:302019-07-03T13:25:52.131+05:30मर्मस्पर्शी कहानी । समीर जी के ब्लॉग से तो कुछ हा...मर्मस्पर्शी कहानी । समीर जी के ब्लॉग से तो कुछ हास्य व्यंग्य की उम्मीद थी ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-76403465384683195072019-07-03T12:43:43.392+05:302019-07-03T12:43:43.392+05:30समाज की हकीकत
कई चलचित्र बने हैं इस आधार को लेकर
क...समाज की हकीकत<br />कई चलचित्र बने हैं इस आधार को लेकर<br />कलछुल से मरोड़ता है कुछ दिल में<br />सधा लेखनविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-5862217826753450012019-07-03T12:25:03.841+05:302019-07-03T12:25:03.841+05:30दिल को मरोड़ने वाली अत्यंत मर्मस्पर्शी कहानी ! कलयु...दिल को मरोड़ने वाली अत्यंत मर्मस्पर्शी कहानी ! कलयुगी बेटे की रुग्ण मानसिकता और स्वार्थीपन के चलते एक भोली भाली माँ को उसकी तपस्या का यही फल मिलना था ! बहुत सुन्दर एवं प्रभावी अभिव्यक्ति ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-76739367234310837622019-07-03T12:16:07.726+05:302019-07-03T12:16:07.726+05:30उफ़ बेहद मार्मिक यथार्थ का चित्रण है उफ़ बेहद मार्मिक यथार्थ का चित्रण है vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-29981301348047360912019-07-03T12:14:32.653+05:302019-07-03T12:14:32.653+05:30बिलकुल सच हैं ये कहानी नहीं | मेरे घर भी बचपन में ...बिलकुल सच हैं ये कहानी नहीं | मेरे घर भी बचपन में कुछ कुछ सरौता बाई जैसी ही काम पर आती थी | anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-33926147648665463362019-07-03T12:11:13.888+05:302019-07-03T12:11:13.888+05:30बढ़िया कहानी..
सरौता बाई माँ है...
माँ पना कैसे छोड़...बढ़िया कहानी..<br />सरौता बाई माँ है...<br />माँ पना कैसे छोड़ देती..<br />सादरyashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com