tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post5817535377626000983..comments2024-03-18T12:47:03.171+05:30Comments on ब्लॉग बुलेटिन: ब्लॉग बुलिटेन-ब्लॉग रत्न सम्मान प्रतियोगिता 2019 (चौबीसवां दिन) कहानी ब्लॉग बुलेटिनhttp://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-48782560786095443462019-08-03T10:09:13.061+05:302019-08-03T10:09:13.061+05:30जिंदगी इतने सारे दर्द भी नहीं समेटती।
अच्छी कहानी...जिंदगी इतने सारे दर्द भी नहीं समेटती।<br /><br />अच्छी कहानी।मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-46117009359191655732019-07-25T09:44:54.529+05:302019-07-25T09:44:54.529+05:30वाह!!संध्या जी ,बहुत खूब!!अपनी आत्मरक्षा के लिए उठ...वाह!!संध्या जी ,बहुत खूब!!अपनी आत्मरक्षा के लिए उठाया गया कदम ,और एक माँ की सोच ....वाह !शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-24426358904876951442019-07-22T14:08:50.255+05:302019-07-22T14:08:50.255+05:30लिखने का अन्दाज़ और भावनाओं की अभिव्यक्ति बहुत सुन...लिखने का अन्दाज़ और भावनाओं की अभिव्यक्ति बहुत सुन्दर है साहित्य सृजन की शुभकामनाएँ.....येसे ही मुस्कराती रहे...संध्या जी !!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-15200227585027993122019-07-20T15:11:36.947+05:302019-07-20T15:11:36.947+05:30बहुत ही सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी कहानी !बहुत ही सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी कहानी !संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-23425152156093254862019-07-18T21:42:52.611+05:302019-07-18T21:42:52.611+05:30भैया हमने अपने परिचय में लिखा है अपने आसपास जो देख...भैया हमने अपने परिचय में लिखा है अपने आसपास जो देखती महसूस करती हूँ शब्दों में ढाल देती हूँ। जबलपुर से हूँ, तो छुई खदान में जाने वाली महिलाओं की बहुत करीब से देखा-समझा है। आपकी सराहना सर-माथे पर। बहुत-बहुत खुश हूँ। आपको को हमारा भी सादर प्रणाम । आपसे बहुत छोटी हूँ सिर्फ स्नेह और आशीष की आकांक्षा है 🙏संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-86284497967367670572019-07-18T21:42:42.990+05:302019-07-18T21:42:42.990+05:30भैया हमने अपने परिचय में लिखा है अपने आसपास जो देख...भैया हमने अपने परिचय में लिखा है अपने आसपास जो देखती महसूस करती हूँ शब्दों में ढाल देती हूँ। जबलपुर से हूँ, तो छुई खदान में जाने वाली महिलाओं की बहुत करीब से देखा-समझा है। आपकी सराहना सर-माथे पर। बहुत-बहुत खुश हूँ। आपको को हमारा भी सादर प्रणाम । आपसे बहुत छोटी हूँ सिर्फ स्नेह और आशीष की आकांक्षा है 🙏संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-15562292211446803562019-07-18T19:01:22.693+05:302019-07-18T19:01:22.693+05:30संध्या जी की इस लघुकथा ने दिल को झकझोर दिया। 20 - ...संध्या जी की इस लघुकथा ने दिल को झकझोर दिया। 20 - 30 वर्ष पूर्व अपने गुरीदेव के पी सक्सेना जी का लिखा एक नाटक सुना था आकाशवाणी लखनऊ से। समस्या वही जो इस कहानी में रेखांकित की गई है, किन्तु निदान वो नहीं जो संध्या जी ने सुझाया है। अगर ईमानदारी से अपनी बात कहूँ तो गुरुदेव की कहानी का अंत भावनात्मक अवश्य था, किन्तु संध्या जी ने व्यावहारिक हल सुझाया है। अगर गुरुदेव आज जीवित होते तो उनसे यह कहानी पढ़ने को कहता, कम से कम नन्ही शुबरातन आज ज़िन्दा तो होती।<br />संध्या जी को मेरा सादर प्रणाम!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-13602010797598514082019-07-18T11:54:37.047+05:302019-07-18T11:54:37.047+05:30सुंदर व उम्दा प्रस्तुति सुंदर व उम्दा प्रस्तुति गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-91694065515699027232019-07-18T11:24:04.360+05:302019-07-18T11:24:04.360+05:30शिक्षाप्रद कहानी।शिक्षाप्रद कहानी।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-20879622656922508282019-07-18T10:26:02.361+05:302019-07-18T10:26:02.361+05:30प्रेरक और आत्मविश्वास से लबरेज रचना प्रेरक और आत्मविश्वास से लबरेज रचना M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-62936493013022489212019-07-17T22:29:24.930+05:302019-07-17T22:29:24.930+05:30प्रतियोगिता में स्थान देने के लिए हार्दिक आभार दी ...प्रतियोगिता में स्थान देने के लिए हार्दिक आभार दी और आभार ब्लॉग का भी जिसने हमारी भावनाओं को आप सब तक पहुंचाने की राह आसान कर दी .... रश्मि प्रभा दी व आप सभी का इस अमूल्य सराहना के लिए हार्दिक आभार...🙏संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-30039778443289024122019-07-17T18:47:06.689+05:302019-07-17T18:47:06.689+05:30सही है। आत्मरक्षा के लिए बेटी को शस्त्र देती हुई म...सही है। आत्मरक्षा के लिए बेटी को शस्त्र देती हुई माँ ने उसका आत्मविश्वास बढ़ाया और स्त्री के डरकर जिंदा रहने की परंपरा को खत्म किया। बढ़िया रचना।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-46586790168612316262019-07-17T17:47:05.376+05:302019-07-17T17:47:05.376+05:30बहुत ही सुंदर बात है कि बुलेटिन ऑफ बलाग ब्लॉग्स्पॉ...बहुत ही सुंदर बात है कि बुलेटिन ऑफ बलाग ब्लॉग्स्पॉट.कॉम पर आपकी रचना को ब्लॉग रचना 2019 के रत्न से अवार्ड किया गया।<br />बधाई होLalit prasad sharmahttps://www.blogger.com/profile/09795286335300081318noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-30696200164287164972019-07-17T15:05:18.102+05:302019-07-17T15:05:18.102+05:30बढ़िया कहानी संध्या जी !! बढ़िया कहानी संध्या जी !! मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-68781536610422985122019-07-17T13:59:00.277+05:302019-07-17T13:59:00.277+05:30वाह ! बहुत ही सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी कहानी ! आत्म ...वाह ! बहुत ही सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी कहानी ! आत्म सम्मान और आत्म रक्षा के सुलगते सवालों का सार्थक सटीक एवं सही समाधान प्रस्तुत करती प्रेरक कहानी ! शुभकामनाएं संध्या जी ! Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-34050034903706621162019-07-17T13:43:15.985+05:302019-07-17T13:43:15.985+05:30हंसिया काम आए न आये पर उसके साथ उसके बढ़े हुए आत्मव...हंसिया काम आए न आये पर उसके साथ उसके बढ़े हुए आत्मविश्वास उसे कभी हारने नहीं देंगे ..प्रासंगिक रचना <br /><br /> ..Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-41267139174514939482019-07-17T13:34:18.102+05:302019-07-17T13:34:18.102+05:30प्रेरक और यथार्थपरक कहानी प्रेरक और यथार्थपरक कहानी vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-72178752911154174912019-07-17T13:03:07.697+05:302019-07-17T13:03:07.697+05:30वाह ! बहुत ही अच्छी और सही सन्देश कहती एक अच्छी कह...वाह ! बहुत ही अच्छी और सही सन्देश कहती एक अच्छी कहानी | सिर्फ चूल्हे और रहन सहन बदलने से कुछ ना होगा | अपनी सुरक्षा को लेकर सभी की सोच भी बदलनी होगी | anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-8447279113158246132019-07-17T12:49:36.435+05:302019-07-17T12:49:36.435+05:30जरूरी है सुरक्षा
कई दिनों से मिट्टी और लकड़ियाँ बेच...जरूरी है सुरक्षा<br />कई दिनों से मिट्टी और लकड़ियाँ बेचकर अपना पेट भरने वाली माँ-बेटी आधा - पेट भोजन कर सो जाती हैं, क्योंकि आधी लकड़ियों से घर के चारों ओर बाड़ बना रही थी वह बेटी की सुरक्षा के लिए. भूख उनके चेहरे पर साफ़ नज़र आ रही थी, मासूम का मुरझाया चेहरा माँ की तरह अपना दुःख छुपा नहीं सका.<br />बेहतरीन कहानी<br />सादर...yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-36034443081407141002019-07-17T12:27:07.600+05:302019-07-17T12:27:07.600+05:30हरेक को अपनी सुरक्षा का हथियार उठाना होगा! सार्थक ...हरेक को अपनी सुरक्षा का हथियार उठाना होगा! सार्थक संदेश देती रचना !<br />हार्दिक बधाई संध्या शर्मा जी!<br /><br />~सादर <br />अनिता ललित Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.com