tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post3591898044142383075..comments2024-03-18T12:47:03.171+05:30Comments on ब्लॉग बुलेटिन: पहचान तो थी - पहचाना नहीं: सन्डे की ब्लॉग-बुलेटिन ब्लॉग बुलेटिनhttp://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-67637169597674305772016-10-21T18:21:07.704+05:302016-10-21T18:21:07.704+05:30कैरियर नाम की बलिवेदी पर न जाने कितने टैलंट कुर्बा...कैरियर नाम की बलिवेदी पर न जाने कितने टैलंट कुर्बान होते आए हैं !!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-50995722055457479222016-10-18T11:14:25.233+05:302016-10-18T11:14:25.233+05:30प्रस्तुति बहुत सुंदर ।प्रस्तुति बहुत सुंदर ।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-28199032317239790412016-10-18T11:13:20.312+05:302016-10-18T11:13:20.312+05:30आभारी हूँआभारी हूँविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-30854953240599238692016-10-18T04:40:30.438+05:302016-10-18T04:40:30.438+05:30सारे लिक्स में विचारपूर्ण चुनाव रहा. मुझे सम्मिलित...सारे लिक्स में विचारपूर्ण चुनाव रहा. मुझे सम्मिलित करने का आभार सलिल,तुम्हारा चिन्तन जिस मानसिकता की उपज है आज के भारतीय समाज में उसकी बहुत कमी है.पैसा और मौज-मस्ती के अलावा कोई और कुछ चाहता भी कहाँ है !<br />इस ओर सचेत करना भी ज़रूरी है . प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-22751105205500521112016-10-17T19:49:40.326+05:302016-10-17T19:49:40.326+05:30आभार!!आभार!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-76205210132397737262016-10-17T13:53:15.841+05:302016-10-17T13:53:15.841+05:30बिल्कुल सही कहा आपने . प्रतिभानुसार राह और दिशा मि...बिल्कुल सही कहा आपने . प्रतिभानुसार राह और दिशा मिलना व्यक्तित्त्व को पूर्णता की ओर लेजाता है . नृत्य या गायन में ये जो अद्भुत कला दिख रही हैं वह जन्मजात है . उसे सही राह मिल रही है यह अच्छी बात है . वास्तव में जब ऐसा नही होपाता तब व्यक्ति आजीवन अधूरापन महसूस करता रहता है .गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-89403028658002805792016-10-17T10:54:01.130+05:302016-10-17T10:54:01.130+05:30बहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!बहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-84797145646070010082016-10-17T00:24:31.328+05:302016-10-17T00:24:31.328+05:30बहुत आभारबहुत आभारप्रभातhttps://www.blogger.com/profile/03415206900211251761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-9164231358010800992016-10-16T23:16:37.463+05:302016-10-16T23:16:37.463+05:30अब एतना बडा रिस्क उठाना कोनो माँ बाप नही चाहता कि ...अब एतना बडा रिस्क उठाना कोनो माँ बाप नही चाहता कि आगे जा कर बच्चा रोटी का ही मोहताज हो जाये, तो पिटी पिटाई लकीर पर ही चलने को कहतेा है। फिर भी कोई कोई बच्चा लोग अडियल हो कर अपना ही मनमानी करती है और सफल भी होता है।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-58531488229544647582016-10-16T23:04:29.323+05:302016-10-16T23:04:29.323+05:30आज की बुलेटिन वाह ! महाभारत की सच्चाई कुछ ऐसी ही ...आज की बुलेटिन वाह ! महाभारत की सच्चाई कुछ ऐसी ही थी । सही कहा था कृष्ण जी ने । प्रस्तुति बहुत सुंदर ।रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-62998549203895787952016-10-16T22:44:36.655+05:302016-10-16T22:44:36.655+05:30पढ़ाई -लिखाई से हटकर जो टैलेंट होता है वो भोजन-वस्...पढ़ाई -लिखाई से हटकर जो टैलेंट होता है वो भोजन-वस्त्र-आवास उपलब्ध करा पायेगा या नहीं यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता ..और ज़ाहिर है माता -पिता बच्चे का उज्जवल भविष्य देखना चाहेंगे ..उसे आर्थिक रूप से सम्पन्न देखना चाहेंगे ..mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-75647665034606308852016-10-16T20:18:01.523+05:302016-10-16T20:18:01.523+05:30कितनी सच्ची बात लिखी है...| हम गीता-रामायण सिर्फ स...कितनी सच्ची बात लिखी है...| हम गीता-रामायण सिर्फ सुनते-पढ़ते हैं, उसको गुन लें तो फिर बात ही क्या...प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-13048416353443802222016-10-16T20:17:50.281+05:302016-10-16T20:17:50.281+05:30महाभारत के सुंदर प्रसंग से बुलेटिन की शुरुआत अच्छी...महाभारत के सुंदर प्रसंग से बुलेटिन की शुरुआत अच्छी रही.माता-पिता को बच्चों की अभिरूचि तो जाननी ही चाहिए लेकिन रास्ता दिखाने का काम तो अभिभावकों का ही है.<br />इस बुलेटिन में मुझे भी शामिल करने के लिए आभार ! राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-46170086306629640832016-10-16T17:20:15.665+05:302016-10-16T17:20:15.665+05:30सुन्दर लिकं.....सुन्दर लिकं.....कौशल लालhttps://www.blogger.com/profile/04966246244750355871noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-73522574382737541012016-10-16T15:41:38.638+05:302016-10-16T15:41:38.638+05:30अठ्ठारह दिनों के इस भीषण संग्राम में
कोई नहीं केवल...अठ्ठारह दिनों के इस भीषण संग्राम में<br />कोई नहीं केवल मैं ही मरा हूँ करोड़ों बार ... <br /><br />प्रसंग से परे मैं हमेशा ठिठक जाती हूँ अपने बच्चों के आगे !<br />बिल्कुल ऐसी ही भावना मुखर होती है -<br /><br />"तुम क्या जानो <br /> तुम जहाँ जहाँ अकेले हुए, वहाँ मैं थी <br />तुम्हारी उदासी मेरी उदासी <br /> तुम्हारी हार मेरी हार <br />तुम्हारी हर चाह मेरी चाह <br />... <br />जीवन में कुरुक्षेत्र सबके हिस्से होता है <br />मिलते हैं धृतराष्ट्र,<br />दुर्योधन ... <br />अनजान होता है कर्ण <br />पर सारथि श्रीकृष्ण ही होते हैं ... <br /><br />कहाँ है दिशा बदलना <br />कहाँ छल अपनाना <br />कहाँ रखना है संधि प्रस्ताव <br />और कब जीतना है <br />यह कृष्ण ने सोच रखा है ... "<br />रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-36645635441932556992016-10-16T15:39:08.911+05:302016-10-16T15:39:08.911+05:30सभी लिकं पढ़े. आपने कैसे लगाया आप ही जाने मगर क्रम ...सभी लिकं पढ़े. आपने कैसे लगाया आप ही जाने मगर क्रम से नीचे आते-आते लिंक और अच्छे-अच्छे मिलते गए. ...आभार.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-44274567436406000872016-10-16T14:45:22.526+05:302016-10-16T14:45:22.526+05:30सही है. मगर यह बिना अनुभव किये कोई समझ नहीं पाता.सही है. मगर यह बिना अनुभव किये कोई समझ नहीं पाता.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-35518509591237709562016-10-16T14:25:13.234+05:302016-10-16T14:25:13.234+05:30बढ़िया इतवारी बुलेटिन सलिल जी ।बढ़िया इतवारी बुलेटिन सलिल जी ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-20122636922591732872016-10-16T14:15:09.548+05:302016-10-16T14:15:09.548+05:30सवा सौ करोड़ के देश में रोटी आज भी सबसे बड़ी समस्या ...सवा सौ करोड़ के देश में रोटी आज भी सबसे बड़ी समस्या है ....अधिकतम टैलेंट उसी संघर्ष में उम्र गुजार देते हैं . फिर मठाधीश कहाँ नहीं हैं Parmeshwari Choudharyhttps://www.blogger.com/profile/13942433781714760104noreply@blogger.com