tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post34818205367657316..comments2024-03-18T12:47:03.171+05:30Comments on ब्लॉग बुलेटिन: ब्लॉग बुलेटिन: कोई दूर से आवाज़ दे चले आओब्लॉग बुलेटिनhttp://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-38737726047813740612014-03-11T21:15:59.925+05:302014-03-11T21:15:59.925+05:30सलिल भाई, हम ही कहाँ आपके लेखन को भूलें हैं!
क्या ...सलिल भाई, हम ही कहाँ आपके लेखन को भूलें हैं!<br />क्या करें कमबख्त हेडगीरी का....खैर, एक दिन फिर आपकी गलियों मे आएंगे और मशाल्लाह वो दिन इतना दूर भी नहीं!<br />आपकी मेहरबानी जो हमे दिल से नहीं उतारा!!<br />SKThttps://www.blogger.com/profile/10729740101109115803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-46524339579657969792014-02-09T11:09:46.761+05:302014-02-09T11:09:46.761+05:30अर्से बाद आज ब्लॉगपेज खोला और सचमुच यह झिंझोड़ गया ...अर्से बाद आज ब्लॉगपेज खोला और सचमुच यह झिंझोड़ गया कि आखिर छूट ही गया यह। कलम जैसे अकड़ जकड गयी है।लेकिन आपने ऐसे और इतने स्नेह से पुकारा है, तो अब तो उठना ही पड़ेगा इसे। <br />आती हूँ भैया, जल्दी ही आती हूँ। <br />इस प्रेरणा के लिए आभार और सादर नमन स्वीकारें हमारा और हमें और हमारी कलम को हथवा उठाके तनिक आशीर्वाद देते ऊर्जावो दे दीजिये ताकि इसकी सिथिलता दूर हो। रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-66588297937912017952014-01-08T12:27:53.040+05:302014-01-08T12:27:53.040+05:30मार खा खा कर सुधर ही जायेंगे दादा........
फेसबुक प...मार खा खा कर सुधर ही जायेंगे दादा........<br />फेसबुक पर हाज़िर ज़रूर हैं मगर ब्लॉग से गैर हाज़िर नहीं...आप खुद परख लीजिये.....<br />कुछ कुछ कभी कभी छूट जाते हैं ब्लॉग मगर इरादतन कतई नहीं...<br />ढेर सारी शुभकामनाएं आपको.....ब्लॉग बुलेटिन को और ब्लॉग्गिंग को <3 <br />सादर<br />अनु ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-75224026119958663632014-01-07T00:22:12.766+05:302014-01-07T00:22:12.766+05:30आने को मन तो बहुत मचलता है पता नही कब लौट पाऊं अब ...आने को मन तो बहुत मचलता है पता नही कब लौट पाऊं अब :-(Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-6764866507548841732014-01-05T16:26:49.840+05:302014-01-05T16:26:49.840+05:30आपकी सदा रंग दिखाने लगी है, सब सुनें तो आनंद और आ ...आपकी सदा रंग दिखाने लगी है, सब सुनें तो आनंद और आ जायेगा।<br /> संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-45462646881107752492014-01-04T18:21:40.852+05:302014-01-04T18:21:40.852+05:30बड़े भैया के ढूँढे हुए लिंक्स ............. बेहतरीन...बड़े भैया के ढूँढे हुए लिंक्स ............. बेहतरीन चुने हुए :)<br />वाह !!मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-85772208091156596962014-01-03T20:08:11.038+05:302014-01-03T20:08:11.038+05:30आप का अनुरोध तो कोई टाल ही नहीं सकता सलिल दादा ......आप का अनुरोध तो कोई टाल ही नहीं सकता सलिल दादा ... देखिये आ गई सरिता दीदी की ताज़ा पोस्ट ... http://apanatva.blogspot.in/2014/01/blog-post.html<br />शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-65965414275158176802014-01-03T12:20:29.963+05:302014-01-03T12:20:29.963+05:30आभार सलिल भाई, याद करने के लिएआभार सलिल भाई, याद करने के लिएसुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-4839252554431951502014-01-02T20:45:18.579+05:302014-01-02T20:45:18.579+05:30आदरणीय सुशील जी,
@फेसबुक में भी पाठक हैं और अगर ...आदरणीय सुशील जी, <br /><br />@फेसबुक में भी पाठक हैं और अगर आपको वो एक प्लेटफॉर्म प्रदान कर रहा है आपके विचारों को फैलाने में तो बुरा क्या है आप पर है आप किस तरह से किसी चीज का प्रयोग कर रहे हैं...<br /><br />/<br /><br />आपकी बात से सहमत, विशेष तौर पर "फेसबुक पर भी" से.. बस इसी 'भी' को रेखांकित करने का यह आह्वान है... एक की कीमत पर दूसरा नहीं.. अगर फेसबुक पर भी ट्विट्टर की बन्दिशें होतीं तो?? इसलिये जिस माध्यम को जैसा बनाया गया है वैसा ही उसका उपयोग होना चाहिये.. बाँसुरी से खेत खोदना मैं भी अनुचित मानता हूँ... <br />अब आप ही बताइये कि चार अनुच्छेद के एक ब्लॉग पोस्ट को फेसबुक के चार अपडेट्स बना देना कहाँ तक उचित है?? न तो वह उस बेचारी पोस्ट के साथ न्याय है, न ब्लॉग के साथ और न फेसबुक के साथ!!<br />आपकी निष्पक्ष प्रतिक्रिया का आभार!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-44059220869291220092014-01-02T19:59:27.841+05:302014-01-02T19:59:27.841+05:30Blog ,Blog hai ...... aapka likha padhane ke lie y...Blog ,Blog hai ...... aapka likha padhane ke lie ye behatar hai .......Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-11490009320562960162014-01-02T19:52:42.796+05:302014-01-02T19:52:42.796+05:30रश्मि दी से सहमत ... "आवाज़ देते रहना जरूरी है...रश्मि दी से सहमत ... "आवाज़ देते रहना जरूरी है " ... आप की इस सार्थक पहल को नमन |शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-59209689055225579122014-01-02T19:50:21.564+05:302014-01-02T19:50:21.564+05:30बारीकी से देखना,बारीकी से बताना,बारीक़ गहराई सौंपना...बारीकी से देखना,बारीकी से बताना,बारीक़ गहराई सौंपना सलिल भाई आपका प्रशंसनीय कदम है,जो हमेशा होता है .... सब नाम खलबली मचा गए . जीवन की राह में कब कौन कहाँ रुक जाए !!!- आवाज देते रहना जरुरी है रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-32442181077270075402014-01-02T19:10:48.526+05:302014-01-02T19:10:48.526+05:30sahi kah rahe hain blog par sakriyataa kam to hui ...sahi kah rahe hain blog par sakriyataa kam to hui hai .. par ham date rahenge :)shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-70148340882166451482014-01-02T12:14:11.770+05:302014-01-02T12:14:11.770+05:30सलिल जी पता नहीं पर जो मुझे महसूस हुआ है वो हो सकत...सलिल जी पता नहीं पर जो मुझे महसूस हुआ है वो हो सकता है गलत हो पर फेसबुक में भी पाठक हैं और अगर आपको वो एक प्लेटफॉर्म प्रदान कर रहा है आपके विचारों को फैलाने में तो बुरा क्या है आप पर है आप किस तरह से किसी चीज का प्रयोग कर रहे हैं वैसे कोई बाँसुरी से खेत खोदने लगे तो भी क्या किया जा सकता है ! <br /><br />बहुत सुंदर बुलेटिन !<br />नव वर्ष शुभ हो मंगलमय हो ! सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-4962735423164436562014-01-02T10:52:02.242+05:302014-01-02T10:52:02.242+05:30तुमने पुकारा और हम चले आये सारे ब्लोगस पर हो आये र...तुमने पुकारा और हम चले आये सारे ब्लोगस पर हो आये रे :)vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com