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सोमवार, 1 अक्टूबर 2018

ये बेचारा ... होम-ऑटोमेशन का मारा

पिछले दिनों व्हाट्सएप पर एक वीडियो आया जिसमें होम-ऑटोमेशन का मारा एक आदमी दाँतों का इलाज करा बरसात में घर आया और उसके स्मार्ट-होम ने आवाज़ न पहचानकर बाहर भीगने पर मजबूर कर दिया.... आपने भी देखा होगा... न देखा हो तो देख लीजिये|


लेकिन क्या होम ऑटोमेशन सही में ऐसा है? 

जी नहीं, ऐसा कतई नहीं है....
दरअसल होम-ऑटोमेशन कई प्रकार के हैं... लेकिन सभी स्मार्ट-होम के सेंट्रल कंसोल में एक हब होता है जो सेंट्रल कमांड की तरह सभी कनेक्टेट डिवाइसेस को सिग्नल भेजता है... वह एक आवाज़ को सुनकर उस आवाज़ पर डिफाइंड कमांड उस डिवाइस को भेज देता है... उदाहरण के लिए आपका डाइनिंग रूम का बल्ब, पंखा, ट्यूब लाइट, बैडरूम की लाइट, पंखे, एसी इत्यादि सब अलग अलग डिवाइस हैं... आप उसके सेट-अप के समय हर डिवाइस के लिए कमांड खुद ही चुनते हैं। एक बार के सेटअप के बाद आपके घर का वाई-फाई यूनिट आपको इन सभी डिवाइसेस को घर के बाहर से भी एक्सेस करने देता है... सो आप ऑफिस में बैठे बैठे ही अपने घर के ऐसी चालू करने और तापमान सेटअप करने जैसे काम कर सकते हैं... गूगल होम, अमेज़न अलेक्सा आजकल बहुत लोकप्रिय हैं... आजकल तो खैर कार को भी आप ऐसे सेंट्रल सिस्टम से जोड़ सकते हैं जिसमें आपकी कार खुद ही स्टार्ट होकर तापमान सेट कर लेगी... आप सोचिये कि ठंडे और बहुत ठंडे देशों में यह कितना उपयोगी होगा!
गूगल होम के साथ क्रोमकास्ट और पिक्सेल जिस प्रकार से कनेक्टेड हैं उसमें सिर्फ अपनी आवाज़ से आप टेलीविजन पर वीडियो, गूगल फोटो सब देख सकते हैं... मतलब यदि आपको यह पूछना हो कि आपने फलां फलां जगह पर कौन सी फोटो ली थी सो सिर्फ गूगल होम को पूछिये कि "hey google, show my photo on statue of liberty island on tv...और फिर देखिये कितनी आसानी से यह टीवी पर फोटो दिखायेगा....
आप इसके अलावा मैप में जगह खोज सकते हैं, प्लान कर सकते हैं... यहाँ अमेरिका में तो खैर आप होम से फोन कॉल भी कर सकते हैं... और हाँ तब क्या होगा जब आपकी आवाज़ मुँह में छाले, दांत दर्द से बदल जाए? तो भाई कुछ नहीं होगा सिर्फ सेटअप के समय बैकअप पिन या पासवर्ड डालिये... और हाँ इन स्मार्ट होम के लॉक में मैनुअल ओवरराइड (चाभी) तो हमेशा होगा ही।

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8 टिप्पणियाँ:

Meena Bhardwaj ने कहा…

सदैव की भांति प्रभावी समसामयिक भूमिका के साथ लिंक्स संयोजन । मेरी रचना को स्थान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद । सभी लिंक्स बहुत ही उम्दा हैं‌ ।

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

कुछ अलग सी बुलेटिन। सुन्दर सूत्र । सुन्दर संयोजन।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

नवीन जानकारी के साथ अच्छा सजाया है बुलेटिन को ...
आभार मेरी रचना को जगह देने के लिए ...

विकास नैनवाल 'अंजान' ने कहा…

हमेशा की तरह सुन्दर संकलन। मेरी रचना को संकलन में स्थान देने के लिए,हार्दिक आभार।

कविता रावत ने कहा…

बहुत अच्छी बुलेटिन प्रस्तुति

शिवम् मिश्रा ने कहा…

बढ़िया जानकारी दी देव बाबू |

पंकज प्रियम ने कहा…

बहुत आभार। सुंदर संकलन

पंकज प्रियम ने कहा…

बहुत आभार। सुंदर संकलन

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