सभी चिट्ठाकार मित्रों को सादर नमस्कार।।
आज महान गायक मोहम्मद रफ़ी साहब जी का जन्मदिवस है। अगर आज वो हमारे बीच होते तो 89 वर्ष के हो गए होते। रफ़ी साहब का जन्म 24 दिसम्बर, 1924 ई. को अमृतसर में हुआ था। इन्होंने अपने जीवनकाल में लगभग 25 हज़ार गीतों को अपनी सुरमयी आवाज़ दी थी। इन्हें अपने यादगार गानों के लिए ही "शहंशाह-ए-तरन्नुम" भी कहा जाता है। रफ़ी साहब ने अपनी गायकी से सात बार बेस्ट सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीता था। रफ़ी साहब ने अपने समय के कई मशहूर अभिनेताओं जैसे देव आनंद, गुरु दत्त, दिलीप कुमार, भारत भूषण, राजेंद्र कुमार, शम्मी कपूर, जॉय मुखर्जी, धर्मेन्द्र, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर के लिए कई यादगार नगमें गाए थे। 31 जुलाई, 1980 ई. को मुम्बई में ह्रदय गति रूक जाने से इस महान गायक का निधन हो गया था।
अब चलते हैं आज कि बुलेटिन की ओर ………
आज महान गायक मोहम्मद रफ़ी साहब जी का जन्मदिवस है। अगर आज वो हमारे बीच होते तो 89 वर्ष के हो गए होते। रफ़ी साहब का जन्म 24 दिसम्बर, 1924 ई. को अमृतसर में हुआ था। इन्होंने अपने जीवनकाल में लगभग 25 हज़ार गीतों को अपनी सुरमयी आवाज़ दी थी। इन्हें अपने यादगार गानों के लिए ही "शहंशाह-ए-तरन्नुम" भी कहा जाता है। रफ़ी साहब ने अपनी गायकी से सात बार बेस्ट सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीता था। रफ़ी साहब ने अपने समय के कई मशहूर अभिनेताओं जैसे देव आनंद, गुरु दत्त, दिलीप कुमार, भारत भूषण, राजेंद्र कुमार, शम्मी कपूर, जॉय मुखर्जी, धर्मेन्द्र, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर के लिए कई यादगार नगमें गाए थे। 31 जुलाई, 1980 ई. को मुम्बई में ह्रदय गति रूक जाने से इस महान गायक का निधन हो गया था।
आज मोहम्मद रफ़ी साहब के जन्मदिवस पर पूरा हिंदी ब्लॉगजगत और ब्लॉग बुलेटिन टीम रफ़ी साहब को श्रद्धापूर्वक नमन और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती है। सादर।।
अब चलते हैं आज कि बुलेटिन की ओर ………
9 टिप्पणियाँ:
Ek mahaan gaayak ko yaad karti huyi bulletin... Bus me hoon aur Rafi saab ke gaane baj rahe hain.. Unki yaadon ko salaam!!
Aaj unko kah dete hain.. HUM BHI AGAR BACHCHE HOTE.
BAAR BAAR DIN YE AAYE.
:-)
एक सदाबहार गायक की याद दिलाता हुआ आज का बुलेटिन ! उल्लूक का "पानी से अच्छा होता अगर दारू पर कुछ लिखवाता" को शामिल करने पर आभार ! सुंदर सूत्र संयोजन !
रफ़ी के नगमें हमेशा अमर रहेंगे... उम्दा... बहुत बहुत बधाई...
नयी पोस्ट@ग़ज़ल-जा रहा है जिधर बेखबर आदमी
सुन्दर और रोचक सूत्रों से सजा बुलेटिन।
आभार हर्वर्धन जी .
धन्यवाद!
बढ़िया लिंक्स लिए बुलेटिन ....चैतन्य को शामिल करने का आभार
रफ़ी साहब को शत शत नमन | बढ़िया बुलेटिन हर्ष ... आभार आपका |
बहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति
रफ़ी जी को सादर श्रद्धा सुमन!
एक टिप्पणी भेजें
बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!