tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post8274318655313586207..comments2024-03-18T12:47:03.171+05:30Comments on ब्लॉग बुलेटिन: प्रतिभाओं की कमी नहीं (32)ब्लॉग बुलेटिनhttp://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-75301723407775745502013-12-12T16:01:57.496+05:302013-12-12T16:01:57.496+05:30बहुत सुंदर !बहुत सुंदर !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-60959874882597377202013-12-12T12:32:15.266+05:302013-12-12T12:32:15.266+05:30bahut sundarbahut sundarMohan Srivastav poethttps://www.blogger.com/profile/07723629352312938268noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-44097609182321507612013-12-12T11:29:25.430+05:302013-12-12T11:29:25.430+05:30बेहतरीन संकलन..बेहतरीन संकलन..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-41224607937080915282013-12-12T10:22:33.332+05:302013-12-12T10:22:33.332+05:30महीने भर चले इस अवलोकन के सहारे काफी लोगो को दुबार...महीने भर चले इस अवलोकन के सहारे काफी लोगो को दुबारा पढ़ने का अवसर मिला साथ साथ काफी नए नए लोग भी मिले ... आपका आभार दीदी हम सब को यह मौका देने के लिए |शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-16352959471361056752013-12-12T09:32:27.922+05:302013-12-12T09:32:27.922+05:30सुंदर.........सुंदर.........मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-20512144859023117522013-12-11T19:21:38.409+05:302013-12-11T19:21:38.409+05:30.बहुत ही बढिया...बहुत ही बढिया..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-78642505266118423292013-12-11T18:15:05.798+05:302013-12-11T18:15:05.798+05:30तह-ए-दिल से शुक्रिया रश्मि जी के इस लायक समझा मुझे...तह-ए-दिल से शुक्रिया रश्मि जी के इस लायक समझा मुझे.. :) केतनhttps://www.blogger.com/profile/15043192675813868678noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-71320652081409734752013-12-11T17:58:17.379+05:302013-12-11T17:58:17.379+05:30- बहुत खूबसूरत .....उस पड़ाव पर जब केवल एहसास हर दर...- बहुत खूबसूरत .....उस पड़ाव पर जब केवल एहसास हर दर्द की दवा बन जाते हैं .<br />- सच है ...ये रिश्तों का म्यूज़ियम बन गया है . उसके रिश्ते मुझ से ज़यादा क्यूँ ? कुछ और फ्रेंड बनाने चाहिए ....उसके स्टैट्स पर इतने लाइक और कमेंट ...मेरे पर अभी कम है ....उफ्फ्फ ...ये मेरे साथ क्या हो रहा है ! <br />ऐसा लगता है जैसे प्रोफाइल कहना चाहता हो मैं उससे बेहतर कहानी हूँ ...मुझे पढ़ो .फेसबुक नहीं अजायब-घर और श्रीमान आप आब्जर्वर ही बने रहेगें ...किस बाबा आदम के ज़माने के इंसान हैं भई आप <br />- कृष्ण की व्याख्या जैसे कविता में रच दी गयी ....एक नया ही दृष्टिकोण <br />- रश्मि दी ...फिर से आभार Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15421768457680984416noreply@blogger.com