tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post5458086373531267906..comments2024-03-18T12:47:03.171+05:30Comments on ब्लॉग बुलेटिन: मौत का व्यवसायीकरण - ब्लॉग बुलेटिन ब्लॉग बुलेटिनhttp://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-69251912109871362752016-01-21T11:03:19.602+05:302016-01-21T11:03:19.602+05:30आज के सामाजिक परिवेश का बढ़िया चित्रण किया आपने ......आज के सामाजिक परिवेश का बढ़िया चित्रण किया आपने ... आभार इस बुलेटिन प्रस्तुति के लिए |शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-86585709547478502502016-01-19T20:05:35.401+05:302016-01-19T20:05:35.401+05:30आभार / ' खालीपन अम्बर -सा है ' की link शाम...आभार / ' खालीपन अम्बर -सा है ' की link शामिल करने के लिए :)Dr. pratibha sowatyhttps://www.blogger.com/profile/16493416545569678252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-78974943296590704762016-01-19T18:57:55.544+05:302016-01-19T18:57:55.544+05:30शानदार लिंक पढवाये आपने. मेरा लिंक शामिल करने के ल...शानदार लिंक पढवाये आपने. मेरा लिंक शामिल करने के लिये आभार.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-66366676738103704292016-01-19T16:23:24.946+05:302016-01-19T16:23:24.946+05:30कुछ पढ़ ली हैं, कुछ पढ़नी हैं।कुछ पढ़ ली हैं, कुछ पढ़नी हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-37349228745721246472016-01-18T18:30:36.874+05:302016-01-18T18:30:36.874+05:30सुंदर प्रस्तुति । मान लिया :) सुंदर प्रस्तुति । मान लिया :) सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-25403843233733756312016-01-18T17:47:51.893+05:302016-01-18T17:47:51.893+05:30सच में आनन्दित हुई
उपरोक्त कथा का मंचन भी हुआ था ए...सच में आनन्दित हुई<br />उपरोक्त कथा का मंचन भी हुआ था एक माह पहले<br />जिला गरियाबंन्द, छत्तीसगढ़ में<br /><br />और चुनिन्दा रचनाए भी लाजवाब है<br />सादर<br />yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-78369633030676450242016-01-18T16:45:03.384+05:302016-01-18T16:45:03.384+05:30बेहतरीन लिंक संयोजन :) बेहतरीन लिंक संयोजन :) सुनीता अग्रवाल "नेह"https://www.blogger.com/profile/07002923684526556089noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-13571156461909816972016-01-18T16:20:46.347+05:302016-01-18T16:20:46.347+05:30भजन का असली आनंद तो तब ही आएगा न जब साथ में साज बज...भजन का असली आनंद तो तब ही आएगा न जब साथ में साज बजे....और यूँ ननुकुर कर पिताजी की आत्मिक शांति में बाधा मत बनो, मिसेज सलोनी ने मन ही मन कुढ़ते हुए कहा ऐसे दिखा रहा है जैसे खुद का सगा बाप हो, अपने बाप की चाहे सुध न ली हो लेकिन बॉस के पिताजी की आत्मा की शांति की इत्ती चिंता है, जैसे भजन दिल से न गाये गए तो पिताजी को शांति न मिलेगी.... सरकारी खानापूर्ति के तरह ही रिश्तों को निभाने का चलन आजकल कुछ ज्यादा ही चल पड़ा है ..बहुत दुखद स्थिति बनते जा रही है यह ...<br />सार्थक चिंतनशील बुलेटिन प्रस्तुति में मेरी ब्लॉग पोस्ट शामिल करने हेतु आभार . कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7855737057694827709.post-7455434722417412492016-01-18T16:16:45.814+05:302016-01-18T16:16:45.814+05:30Umda.Umda.Vikram Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/05117777435770401090noreply@blogger.com