Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

सोमवार, 31 अक्तूबर 2016

नमन भूगोल रचने वाले व्यक्तित्वों को - ब्लॉग बुलेटिन

आज लौह पुरुष के रूप में विख्यात सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मदिवस है. उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात में हुआ था. वे प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री रहे. उनको सरदार पटेल के उपनाम से भी जाना जाता है. देश की आज़ादी के बाद वे उप प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, सूचना मंत्री और राज्य मंत्री रहे थे. उन्होंने अपनी कूटनीति से बिना किसी सैन्य हस्तक्षेप के देश की सबसे बड़ी समस्या को निपटाते हुए क़रीब पाँच सौ से अधिक देशी रियासतों का विलय देश में करवाया. इसी उपलब्धि के चलते उन्हें लौह पुरुष या भारत का बिस्मार्क की उपाधि से सम्मानित किया गया. सन 1991 में उनको मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया गया. उनका देहावसान 15 दिसंबर 1950 को हुआ. सरदार पटेल को श्रद्धांजलि स्वरूप उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है.

आज देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की पुण्यतिथि है. आज ही के दिन 31 अक्टूबर 1984 को उनके अंगरक्षकों द्वारा गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी. उनका जन्म 19 नवम्बर 1917 को इलाहाबाद में हुआ था. वे न केवल भारतीय राजनीति पर बल्कि वैश्विक राजनीति पर भी प्रभाव छोड़ने में सफल रहीं. इंदिरा गाँधी को आज भी उनकी प्रतिभा और राजनीतिक दृढ़ता के लिए जाना जाता है. देश के द्वितीय प्रधानमन्त्री लाल बहादुर शास्त्री के देहांत के पश्चात् 1966 में इंदिरा गाँधी देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनी. 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय बांग्लादेश निर्माण के लिए उनकी भूमिका को जितना सराहा जाता है, उतना ही 1975 में उनके द्वारा देश में लगाये गए आपातकाल के कारण उनकी निंदा भी की जाती है. बावजूद इसके उनकी क्षमताओं को देखते हुए उन्हें लौह महिला के नाम से भी संबोधित किया जाता है. उनको 1971 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया.

देश के दो ऐसे व्यक्तित्वों को जिन्होंने इतिहास रचने के साथ-साथ भूगोल भी रचा, बुलेटिन परिवार की तरफ से श्रद्धांजलि.

++++++++++










4 टिप्पणियाँ:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

आश्चर्य हुआ इंदिरा जी को देख कर यहाँ पर । समय के हिसाब से ।
सुन्दर बुलेटिन ।

प्रतिभा सक्सेना ने कहा…

केवल कुछ गलत निर्णयों के कारण किसी के अच्छे और महत्व के कार्यों को भुला देना उसके साथ अन्याय होगा .इन्दिरा जी के लिये भी यही .

Archana Chaoji ने कहा…

Dono mahan vyaktitw rahe ... Aashcharya is baat ko jaanakar hua ki Saradar Patel ko Desh banane par bhi baad me v Indira ji ko bana hua Desh chalane par pahale Bharat Ratn diya gaya,Samay vyakti ki pahachan karane me mahatvpurn hota hai ....mere blog ki link ko is buletin shamil karne ke liye aabhar!

कविता रावत ने कहा…

सार्थक बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी के जन्मदिवस और प्रथम पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन!

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार