Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

सोमवार, 26 मई 2014

अक्ल का इक्वेशन - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों,
प्रणाम |

आज यूं ही एक ख्याल आया ...

जब अक्ल = बुद्धि और मंद = धीमा, 

तब, अक्लमंद = बुद्धिमान क्यों ? 
मंदबुद्धि क्यों नहीं ....?


ज़रा आप लोग भी इस पर विचार करें और बताएं कि क्या यह सही नहीं है !? 

सादर आपका 
=================================

13 साल में कर लिया एवरेस्ट फतह : पूर्णा के जज्बे को सलाम

Akanksha Yadav at शब्द-शिखर

अबकी बार किस देश में सेमिनार?

ravindra prabhat at परिकल्पना

किताबों की दुनिया - 95

नीरज गोस्वामी at नीरज

खजुराहो- मुख्य पश्चिमी मन्दिर समूह





मेरी लिखी कहानी "स्नेहा" - 92.7 big fm पर नीलेश मिश्रा की जादुई आवाज़ में................


इतवार के बाद सोमवार

Harminder Singh at वृद्धग्राम

जिंदगी के मायने

Anita Singh at मरासिम

मसाला दोसे का डिनर


=================================
अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!!

10 टिप्पणियाँ:

आशीष अवस्थी ने कहा…

बढ़िया प्रस्तुति व अच्छे लिंक्स , शिवम भाई व बुलेटिन को धन्यवाद !
I.A.S.I.H - ब्लॉग ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )



Unknown ने कहा…

Hindi Blogging Ke liye ek abhinav prayas ..... aap Sab is Prayas ke sahbhagi bane ..... www.blogsetu.com/

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

बुलेटिन हमेशा की तरह शानदार.....
हमारी पोस्ट को शामिल करने का शुक्रिया !!
अबसे खुद को अक्लमंद न कहेंगे :-)

सस्नेह
अनु

कौशल लाल ने कहा…

बढ़िया प्रस्तुति व अच्छे लिंक्स.....

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

बहुत सुंदर प्रस्तुति !

Asha Joglekar ने कहा…

दो अलग भाषाओं को मिलायेंगे तो यही होगा ।संस्कृत और उर्दू है जनाब। पर बात पते की लगती है। और तस्वीर भी। सूत्रों पे जाते हैं नीरज जी की पोस्ट बहुत भाई.

Rashmi Swaroop ने कहा…

क्योंकि अक्लमंद वाला मंद तो उर्दू से belong करता है ना!
चलो अब लिंक्स देखने दो… :)

Rashmi Swaroop ने कहा…

अब तो आप दौलतमंद को भी कंगाल कहोगे… :P

शिवम् मिश्रा ने कहा…

आप सब का बहुत बहुत आभार ।

Anita ने कहा…

जरूरत मंद की जरूरत को कम न आंकिये..बहुत बहुत आभार ब्लॉग बुलेटिन में स्थान देने के लिए.

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार