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सोमवार, 12 मई 2014

खेल खतम पैसा हजम - 850 वीं ब्लॉग बुलेटिन


ई अढाई महीना से चला आ रहा मथफुटौवल अब जाकर खतम हुआ. आज के बाद आंसिक रूप से अऊर सोलह तारीख के बाद पूर्ण रूप से बहुत सा महत्वपूर्ण व्यक्ति लोग का याददास्त खतम हो जाएगा. ऊ एगो अंगरेजी सिनेमा में देखाया था कि एगो आदमी को थोड़ा टाइम के लिये कोनो असाइनमेण्ट पर रखा जाता था अऊर काम खतम हो जाने के बाद उसका ओतना रोज का मेमोरी डिलीट कर दिया जाता था.

बस ई हफता के बाद भला उसका कुरता हमरा कुर्ता से सफेद कइसे वाला वाला खेला खतम अऊर हम पंछी एक डाल के वाला खेला चालू. किसका बीबी का पता नहीं, कऊन अपना मेहरारू को छोड़कर भागा हुआ है अऊर कऊन दोसर के मेहरारू के साथ फोटो खिंचा रहा है सब खतम. दिल्ली का गोलघर में बइठकर मुस्कियाते हुये फोटो खींचाएँगे अऊर उसके बाद बिल पास करो, बिल रोको वाला खेल खेलेंगे. मीडिया में बताया जाएगा कि हमारा जीडीपी काहे नहीं बढ़ रहा था, मँहगाई का असली कारन का था, बिकास कहाँ रुका हुआ था परगति का रस्ता देस में आने के पहिले ही काहे अलोप हो जाता था.

हिन्दी सिनेमा के तरह कोई बदला का राजनीति नहीं करेगा अऊर मुम्बई का अण्डरवल्ड के तरह अपना अपना इलाका – पक्ष अऊर प्रतिपक्ष – बाँटकर आराम से देस में सुसासन लाने का कवायद किया जाएगा. घर-घर में इसको उसको लेकर जऊन दीवाल खिंच गया था ऊ सब बिनानी सीमेण्ट के अलावा कोनो दोसरा सीमेण्ट के दीवार जइसा चकनाचूर हो जाएगा.

ई बार लोग में बहुत जोस देखाई दिया. मगर जेतना जोस लोग भासनबाजी में देखाया ओतना भोट गिराने में नहीं देखाई दिया. हर सरकारी महकमा में डुगडुगी पिटाया हुआ था कि सरकारी कार्जालय का दीवार पर जहाँ लिखा रहता है कि यहाँ इस्तहार लगाना मना है, सबपर इस्तहार लगाया जाए कि मतदान करना अनिबार्ज है. हमरे ऑफिस में त हाकिम का पैगाम आया था कि खाली पोस्टर नहीं लगाना है, पोस्टर का फोटो भी खींचकर उनको रवाना करना है.

खैर, गुजरात में न जात पर, न पात पर, मोदी जी के बात पर सब खींचातानी के बाबजूद भी साठ टका से बेसी भोट नहीं गिरा. इससे बेसी का रेकार्डो नहीं है गुजरात का. एतने में बनता है त बना लो सरकार, बाकी भोट देने के अल्आवा भी बहुत सा काम है एहाँ के लोग को. मगर एहीं वलसाड लोकसभा छेत्र में 74 टका मतदान हुआ. 


असल में रेकार्ड ई नहीं है. रेकार्ड बनाया एहाँ के जिला चुनाव पंच ने. 17 गो दल बनाकर, अस्थानीय सरदार पटेल इस्टेडियम में बहुत सा लोग को बइठाया गया, डाक बिभाग से 25000 पोस्ट-कार्ड मँगवाया गया, सब पोस्ट-कार्ड पर एक्के टाइम में छेत्र के सभी मतदाता के प्रति आभार आभार सन्देस लिखा गया. अब आप कहियेगा कि जंगल में मोर नाचा किसने देखा, त सुन लीजिये कि देखने वाला था गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड का टीम. अऊर ई घटना बिस्व रेकार्ड बन गया. इसके पहिले भी एहाँ के जिला कलक्टर ओ चुनाव अधिकारी विक्रांत पाण्डे साहब मतदाता को जागरूक करने के लिये 11 लाख पोस्ट कार्ड लिखवा चुके हैं, जो लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड्स में दर्ज है.

लोकतंत्र के इस महान उत्सव के समाप्ति पर हर आम जनता को बधाई. ओइसे देखा जाए त आज हमरा कल के बाद आज दोहराकर आना भी कोनो रेकार्ड से कम नहीं है. 

मगर का कीजियेगा आना जरूरी था... ई ब्लॉग बुलेटिन का 850 वाँ बुलेटिन है! त ठोकिये ताली अऊर उँगली में उँगली फँसाकर 16 तारीख का इंतज़ार कीजिये. 

रहा मन बहलाने का बात, त ई लिंकवा सब है न आपके खिदमत में!

                                           -          सलिल वर्मा 










18 टिप्पणियाँ:

आशीष अवस्थी ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन व लिंक्स , 850 पोस्टों की बधाई , धन्यवाद !
I.A.S.I.H - ब्लॉग ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )

SKT ने कहा…

हाल हमारा भी आपके जैसा था. भरी दोपहरी में मतदाता जागरूकता रैली, तो कभी मानव श्रृंखला ! बच्चों और मास्टरों को दिक कर के रख दिया हाकिमों के फरमानों ने!
और भाई ये खेल ख़त्म नहीं हुआ! अभी नगर निगम के चुनाव सर पर हैं …फिर मंडी के चुनाव भी दूर नहीं. ये अंतहीन खेल है.
इसे कहतें सांस सांस मे फांस सी रची डैमोक्रेसी!
बहरहाल आपकी डेमोक्रेटिक टीम को बधाई!

Asha Joglekar ने कहा…

आठसौ पचास वे बुलेटिन की बधाई। इलेक्सन के बाद का काफी बढिया फोटू खींच दिये हैं।
अब जाते हैं कडी कडी।

रश्मि प्रभा... ने कहा…

शानदार यात्रा के शानदार पडाव शानदार कलम से

Neeraj Neer ने कहा…

बात तो सही है , इस बार कुछ ज्यादा ही खीच गया ये चुनावी तमाशा, सुबह से शाम तक एक ही बात, टी वी देखने से तो मन उचाट ही हो गया था.. रही लिंक्स की बात तो शानदार लिंक्स का चयन.. बहुत बहुत आभार.

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

ब्लाग बुलेटिन की बात ही कुछ निराली है । ब्लाग बुलेटिन परिवार को 850वीं बुलेटिन के लिये बधाई एवम शुभकामनाऐं भी । खेल खेल में पैसा भी हजम करवा दिया बहुत खूब । 'उलूक' के सूत्र 'किताबों के होने या न होने से क्या होता है' को इस शुभ अवसर पर शामिल कर सम्मान देने के लिये दिल से आभार ।

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

850 - वे बुलेटिन की बधाई।
अब तो बस 16 ता० का इन्तजार है ....!

RECENT POST आम बस तुम आम हो

कविता रावत ने कहा…

बहुत बढ़िया बुलेटिन प्रस्तुति ...

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' ने कहा…

लाजवाब...अच्छे लिंक्स...बहुत बहुत बधाई...
नयी पोस्ट@आप की जब थी जरुरत आपने धोखा दिया

गिरिजा कुलश्रेष्ठ ने कहा…

खेल खत्म कहाँ हुआ है भाई । यदि काँग्रेस सत्ता में नही आती है तो यह खेल किसी न किसी मुद्दे को लेकर चलता ही रहेगा । दूसरी पार्टियाँ भी ऐसा ही करेंगी । लेकिन काँग्रेस और उसके वंशज इस खेल में ज्यादा पारंगत दिखाई देते हैं । खैर । लगातार दो दिन आना अच्छा ही लगा । अभी तो आपकी बात पढी है । पोस्ट कुछ समय लेकर देखनी होंगी । अच्छी होंगी इसमें तो कोई शक ही नही है । मेरा ब्लाग भी यहाँ शोभा पा रहा है ,यह खुश होने की बात तो है ।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

850 - वे बुलेटिन की बधाई ... आभार मुझे शामिल करने का ़़़...

गिरिजा कुलश्रेष्ठ ने कहा…

खेल खत्म कहाँ हुआ है भाई । यदि काँग्रेस सत्ता में नही आती है तो यह खेल किसी न किसी मुद्दे को लेकर चलता ही रहेगा । दूसरी पार्टियाँ भी ऐसा ही करेंगी । लेकिन काँग्रेस और उसके वंशज इस खेल में ज्यादा पारंगत दिखाई देते हैं । खैर । लगातार दो दिन आना अच्छा ही लगा । अभी तो आपकी बात पढी है । कुछ पोस्ट कुछ समय लेकर देखनी होंगी । अच्छी हैं और होंगी इसमें तो कोई शक ही नही है । मेरा ब्लाग भी यहाँ शोभा पा रहा है ,यह खुश होने की बात तो है ।

Basant Khileri ने कहा…

आपकि बहुत अच्छी सोच है, और बहुत हि अच्छी जानकारी।
जरुर पधारे HCT- पर नई प्रस्तुती- आसानी से ट्रांसफर किजिए अपने क्लाउड डाटा को एक क्लाउड सर्विस से दूसरी सर्विस मेँ।

वाणी गीत ने कहा…

चुनाव का जिन्न कुछ समय तो थमेगा ही , दुआ ही की जा सकती है कि देश की बेहतरी में हो , जो भी हो !
बुलेटिन की अनवरत यात्रा चलती रहे , बहुत शुभकामनाये !
पढने योग्य लिंक में शामिल किये जाने के लिए आभार !

mridula pradhan ने कहा…

मनोरंजक लेख.……

Archana Chaoji ने कहा…

लिण्क देखने की तो फ़ुरसत ही नहीं है ...माफ़ी लेकिन ८५० वीं बुलेटिन के लिए ब्लॉग बुलेटिन टीम को बधाई ....

शिवम् मिश्रा ने कहा…

सभी पाठकों और पूरी बुलेटिन टीम को ८५० वीं पोस्ट की हार्दिक बधाइयाँ |
ऐसे ही स्नेह बनाए रखिए |

सलिल दादा ,
प्रणाम |

Dwarika Prasad Agrawal ने कहा…

रहा मन बहलाने का बात, त ई लिंकवा सब है न आपके खिदमत में! > > वाह, बढ़िया।
# ८५० वीं पोस्ट की हार्दिक बधाइयाँ |

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