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गुरुवार, 9 जनवरी 2014

कहीं ठंड आप से घुटना न टिकवा दे - ब्लॉग बुलेटिन

प्रिय ब्लॉगर मित्रों ,
प्रणाम |

सर्दी में लोग चटपटा खाना ज्यादा पसंद करते हैं लेकिन, कहीं ऐसा न हो कि वसा युक्त अधिक खाना सेहत के लिए भारी पड़ जाए। विशेषकर गठिया के मरीजों के लिए ऐसा भोजन बहुत नुकसानदेह साबित हो सकता है। इससे पहले कि चलना फिरना भी मुश्किल हो जाए, सचेत हो जाएं। क्योंकि सर्दियों में गठिया की परेशानी बढ़ जाती है।

ठंड के मौसम में ऑस्टियो अर्थाराइटिस की परेशानी ज्यादा होती है। इसका कारण यह है कि इस मौसम में लोग ज्यादा खाना खाते हैं और घी, तेल, व वसा युक्त भोजन का इस्तेमाल अधिक करते हैं। ठंड के कारण लोग व्यायाम नहीं करते। अधिक खाने व व्यायाम नहीं करने से शरीर का वजन बढ़ जाता है। इस कारण गठिया के मरीजों का शरीर अकड़ने लगता है। 

इसके अलावा इस बीमारी का कारण विटामिन डी की कमी है। सर्दी में धूप कम निकलने से शरीर को पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिल पाता। इस वजह से गठिया की परेशानी बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों में विटामिन डी की कमी हो वे विटामिन डी की दवा ले सकते हैं। अक्सर यह बीमारी घुटने में होती है। इसके कारण घुटना में सूजन व तेज दर्द होता है। गठिया देश में एक सामान्य बीमारी है। देश की करीब 20 फीसद जनसंख्या इस बीमारी से ग्रसित है। करीब 4.60 करोड़ लोगों को घुटने की गठिया है। 

अगर आप मे से कोई इस बीमारी से पीड़ित है तो इन सर्दियों मे नियमित रूप से थोड़ी बहुत कसरत करें और अपने खानपान पर ध्यान दें साथ साथ डाक्टर से परामर्श ले कर जरूरी विटामिन भी लें |

सादर आपका 
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तनहाई

मैं बंदिनी .....

अनाडी बन के आता,खिलाड़ी बन के जाता है

वफ़ा के नाम से डरते हैं ..

उम्र के आखिरी पन्‍ने पर ....

शुभ नववर्ष

विपिन चौधरी की ताज़ा कविताएँ

बेटी ही बचाएगी

हरा अब हरा नहीं रहा...

आओ हवाई मार्ग से कश्मीर चले

जब लिखो -

सांझी : मिथकीय परंपरा

मोहग्रस्त नारद बनाम बन्दर मीडिया

कन्या भ्रूण हत्या :भारतीय समाज पर कलंक

वंशीधर घट घट का वासी

आधुनिकता का सनक से कोई लेना-देना नहीं

सर्दी ने ढाया सितम

बिखरे रंग

ख़यालों की उलझन .......

काश ! दिल की आवाज़ होती तो

बेगैरत सा यह समाज . . . . .

केजरीवाल को फ़िल्मी शहीद बनाता हिन्दू रक्षा दल.

आजाद भारत में कब तक विस्थापित रहेंगे महाराणा प्रताप ?

व्यक्ति पूजा की पराकाष्ठा !!!

आम आदमी तो बेचारा ही रहेगा.......

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अब आज्ञा दीजिये ...

जय हिन्द !!!

23 टिप्पणियाँ:

कविता रावत ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन ...

Asha Joglekar ने कहा…

गठिया और इस कडाके की सर्दी का रिश्ता और इस रिश्ते से बचने का उपाय भी, वाह । इस बात का धन्यवाद तो करना ही होगा। व्यायाम का ख्याल तो हम भी रख ही रहे हैं।
बुलेटिन के चिठ्टों को देखते हैं। मेरी रचना को स्थान देने का आभार।

vikram7 ने कहा…

मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए धन्यवाद।साथ ही अच्छी रचनायें पढने को मिली उसके लिए आभार।

दीपक बाबा ने कहा…

वैसे समझदार लोग बताते हैं कि घुटने में १०-१२ मिनट देसी घी से मालिश करने से भी बहुत लाभ होता है. ३ साल पहले ऐसी ही सर्दी में मेरे तो कंधे जाम हो गए थे. एक्यूप्रेशर से सही हो पाए थे.

डॉ. मनोज मिश्र ने कहा…

अच्छी जानकारी।

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

बहुत सुंदर बुलेटिन !

रश्मि प्रभा... ने कहा…

विटामिन डी - लगता है मुझमें बहुत कम है, क्योंकि यहाँ ठण्ड नहीं और घुटने में दर्द

चला बिहारी ब्लॉगर बनने ने कहा…

हम तो हाथ के घुटने याने कोहनी की दर्द से सालों भर बेचैन रहते हैं.. इन फ़ैक्ट दोनों में कम्पीटीशन लगा हुआ है.. दर्द कहता है कि हमको हरा के दम लेगा और हम बेशरम कहते हैं
अभी वर्मा ने हार मानी नहीं है,
सलिल को अभी आजमाना न छोड़!!
लिंक्स के लिये देर हो गयी है.. इत्मिनान से देखता हूँ.. छुट्टी पर जा रहा हूँ, तो कुछ काम निपटा लूँ.. तमाम लोगों से क्षमा याचना सहित!!

राजीव कुमार झा ने कहा…

बहुत सुंदर बुलेटिन.
मेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार.

Sadhana Vaid ने कहा…

सार्थक एवँ रोचक सूत्रों से सुसज्जित बुलेटिन ! मेरी रचना को भी इसमें सम्मिलित किया ! आभारी हूँ !

स्वप्न मञ्जूषा ने कहा…

अरे ! हमारे यहाँ तो ठण्ड का ये आलम कि टेम्प्रेचर सिर्फ -४५ डिग्री हैं.…घर के बाहर बर्फ़ तो जैसे पत्थर हो गए हैं :)

घुटना-उटना तो फिलहाल ठीक है, लेकिन अब दिल्ली दूर भी नहीं :)
अच्छे लिंक्स मिले हैं, देखते हैं ।
मुझे शामिल करने के योग्य समझा उसके लिए अनेकोनेक धन्यवाद !

Amrita Tanmay ने कहा…

ठंड तो नाजो नखरा दिखा ही रही है। यहाँ आना सार्थक हुआ । आभार।

निवेदिता श्रीवास्तव ने कहा…

बहुत अच्छे और पठनीय सूत्रों के साथ झरोखा को भी सम्मिलित किया .... धन्यवाद !

shikha varshney ने कहा…

उड़ी बाबा ... विटामिन डी की कमी तो यहाँ परमानेंट है... बाकी ध्यान भी रखना पड़ेगा.
सार्थक बुलेटिन.

Tamasha-E-Zindagi ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन भाई

Unknown ने कहा…

ACHCHHI JAANKAARR .DHANYVAAD. PAATHAK JARUR LABHAANVIT HONGE. PUNAH DHANVAAD..

Maheshwari kaneri ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन ... मेरी रचना को भी इसमें सम्मिलित किया ! आभारी शिवम् जी..

Dr. sandhya tiwari ने कहा…

बढ़िया बुलेटिन और विटामिन डी का सेवन भी जारी है ...........आजकल ये बीमारी कम उम्र के लोगों में भी बढ़ रही है ..........

शिवम् मिश्रा ने कहा…

आप सब का बहुत बहुत आभार |

सदा ने कहा…

बेहतरीन लिंक संयोजन एवं प्रस्‍तुति

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

बढ़िया जानकारी।

Anita ने कहा…

बहुत काम की जानकारी..आभार !

Archana Chaoji ने कहा…

Dhanyawaad

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