Subscribe:

Ads 468x60px

कुल पेज दृश्य

शनिवार, 26 नवंबर 2011

२६-११.... तीसरी बरसी .... वह ६० घंटे..... ब्लॉग बुलेटिन

तीन साल.... तीन साल हो गए.... किस तरह १० हमलावरों ने मुंबई को ख़ून से रंग दिया था. हमलों में २०० से ज़्यादा लोग मारे गए थे, कई घायल हुए थे... और कैसे उस दिन की केवल याद से आज भी सिहरन हो उठती है.... सबसे पहले तो नमन उन शहीदों को, जो शहीद हो गए...   हमारी श्रद्धांजलि... 
 


लेकिन आज भी सवाल वही है की आखिर इतनी बड़ी साज़िश कैसे रची गयी... और हमने उन हमलो से कुछ सीखा? शायद कुछ खास नहीं... आज ३ साल के बाद कम से कम लगता तो ऐसा ही है....

२६/११ के बाद महाराष्ट्र सरकार ने हथियार और गाड़ियों के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गये। करीब सात करोड़ रुपए में मोबाइल स्केनर वैन खरीदी गई।
२६/११ के बाद केंद्र और राज्य सरकार ने बीच के खुफ़िया नेटवर्क को मजबूत करने और अपने आपस में इन्फ़ार्मेशन नेटवर्क को और मज़बूत करनें की भी गारंटी दी..... लोगों को यह भरोसा भी दिया की अब इस प्रकार की कोई घटना नहीं होगी.... लेकिन जब संदिग्ध डेविड हेडली और तहव्वुर राणा की एफ़ बी आई नें पोल खोली तो पता लगा की वह २६/११ के बाद भी कई बार मुम्बई आये हैं.....
२६/११ के बाद सी एस टी स्टेशन पर और शापिंग माल में मेटल-डिटेक्टर भी लगाए गये.... लेकिन क्या वह किसी काम के हैं.... अरे भाई वह पूं पूं करते हैं और लेकिन कोई ध्यान देनें वाला नहीं.... सरकार नें कहा की फ़ोर्स-वन बनाएगी, लेकिन शायद मुम्बई पुलिस की ज़िन्दगी नाकाबन्दी और कोर्ट कचहरी और कसाब की रखवाली करनें में ही बीतेगी.....

कुछ भी कहिये, लेकिन आज यह बात समझ पाना कठिन है की कसाब जिंदा क्यों है ? आखिर उसको पालने में हो रहे पैसे का बोझ आम आदमी पर क्यों.... आखिर टैक्स-पेयर्स का पैसा इस दरिन्दे को पालने में क्यों? सवाल का ज़वाब कोई नहीं देगा.... क्योंकि यहाँ भी राजनीति की बू आ रही है..... जब पूरी दुनिया को पता है की आतंकियों को ट्रेनिंग पाकिस्तानी नौसेना ने दी.... और कैसे उन दरिंदो ने इतनी बड़ी साज़िश को अंजाम दिया...... फ़िर भी कसाब ज़िन्दा क्यों.... क्या कहिएगा..... थोडा सोचिये बस...... 

-------------------------------------------------------------
चलिए आज की ब्लाग बुलेटिन पर नज़र डालिए.....
-------------------------------------------------------------


जय हिन्द
देव कुमार झा

12 टिप्पणियाँ:

Rudraksh Pathak ने कहा…

हम शहीदों को भुला नहीं पाएंगे
जय हिंद !!!!

रश्मि प्रभा... ने कहा…

दहशत का , शहीदों के परिवार का जवाब नहीं मिलता - दूसरा मामला , दूसरा विस्फोट सोच की दिशा बदल देते हैं

शिवम् मिश्रा ने कहा…

२६/११ के सभी अमर शहीदों को सभी मैनपुरी वासीयों की ओर से शत शत नमन ! जय हिंद !!!!

Always Unlucky ने कहा…

The more different are among them, in my point of view, Very well written and certainly a pleasure to get into a blog

From everything is canvas

Rajan Singh Amethia ने कहा…

सादर नमन उन सभी शहीदो को ............ जय हिन्द !!

Atul Shrivastava ने कहा…

मुंबई हमले के शहीदों को सलाम.....
मुंबई के जज्‍बे को सलाम....
बढिया लिंक्स।

केवल राम ने कहा…

वह मंजर कैसे भूल सकता है कोई .....जिसके दिल में इंसानियत है .....!

मनोज कुमार ने कहा…

शहीदों को नमन!
बुलिटन बांच गया।

अनुपमा पाठक ने कहा…

जय हिंद!

कुमार संतोष ने कहा…

शहीदों को सादर नमन .. जय हिन्द !!

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

शहीदों को नमन ..

BS Pabla ने कहा…

करते हैं रविवार सुबह की शुरूआत इन लिंक्स के साथ
शुक्रिया

एक टिप्पणी भेजें

बुलेटिन में हम ब्लॉग जगत की तमाम गतिविधियों ,लिखा पढी , कहा सुनी , कही अनकही , बहस -विमर्श , सब लेकर आए हैं , ये एक सूत्र भर है उन पोस्टों तक आपको पहुंचाने का जो बुलेटिन लगाने वाले की नज़र में आए , यदि ये आपको कमाल की पोस्टों तक ले जाता है तो हमारा श्रम सफ़ल हुआ । आने का शुक्रिया ... एक और बात आजकल गूगल पर कुछ समस्या के चलते आप की टिप्पणीयां कभी कभी तुरंत न छप कर स्पैम मे जा रही है ... तो चिंतित न हो थोड़ी देर से सही पर आप की टिप्पणी छपेगी जरूर!

लेखागार